
मध्य प्रदेश के ग्वालियर के ट्रायथलीट विशाल पांडे ने न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि दुनिया में देश का नाम रोशन किया है. विशाल ने फ्रांस के नीस शहर में आयोजित आयरनमैन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में हिस्सा लेकर भारत का प्रतिनिधित्व किया. आयरनमैन वर्ल्ड चैम्पियनशिप दुनिया की सबसे कठिन सहनशक्ति प्रतियोगिताओं में से एक है. इसमें खिलाड़ियों को 3.8 किमी तैराकी, 180 किमी साइक्लिंग और 42.2 किमी मैराथन पूरी करनी होती है. इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में जगह बनाने के लिए खिलाड़ियों को कई चरण में क्वालिफाई करना पड़ता है.

विशाल ने अक्टूबर 2024 में मलेशिया के आयरनमैन लैंगकावी में अपनी आयु वर्ग में 13वां स्थान हासिल किया था. संयोग से, इस वर्ग में कुल 13 क्वालिफाई स्लॉट थे और इस प्रदर्शन से उन्हें सीधे (France) के नीस (Nice) के लिए क्वालिफिकेशन मिल गया.

नीस में ढाई कमी की ऊंचाई पर कठिन ट्रैक
नीस का ट्रैक अपनी ऊंचाई और 2,500 मीटर से अधिक कठिन चढ़ाई-उतराई के लिए मशहूर है. इस चुनौतीपूर्ण कोर्स के लिए विशाल ने कई महीनों तक कड़ी मेहनत की और हर हफ्ते 12 से 14 घंटे का संतुलित प्रशिक्षण लेकर खुद को तैयार किया.

पूर परिवार करता है प्रैक्टिस
बता दें कि चुनौती भरा यह सफर केवल विशाल का नहीं रहा, बल्कि पूरे परिवार का बन गया है. उनकी पत्नी कविता पांडे ने भी इस साल दो Ironman 70.3 रेस पूरी कीं, जबकि उनके बच्चे कविशा और वेदांश ने प्रशिक्षण के दौरान अनुशासन बनाए रखने में बड़ा योगदान दिया.
रेस के दिन विशाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैराथन खंड में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (Personal Best) समय बनाया. हालांकि साइक्लिंग हिस्से में वे अपेक्षित पावर नहीं दे पाए, फिर भी विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेना और रन में PB हासिल करना उनके करियर का बड़ा पड़ाव रहा.
40 दिन बाद होने वाली है Ironman Langkawi
विशाल ने कहा कि “यह मेरी पहली रेस थी जो बाहर हुई. विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करना और फ्रांस के नीस में भारत का प्रतिनिधित्व करना अविस्मरणीय अनुभव रहा. मुझे गर्व है कि मेरे बच्चे इस सफर के गवाह बने और मैं अपनी पत्नी व कोच का आभारी हूं, जिनकी वजह से यह संभव हुआ.”
यह चैंपियनशिप विशाल के लिए एक शुरुआत है, अंत नहीं. वे अब अगले 40 दिनों में होने वाली Ironman Langkawi की तैयारी कर रहे हैं और मानते हैं कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी बाकी है.