Farmer attempted suicide: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले के किसान ने जहर खाकर खुदखुशी (suicide) करने का प्रयास किया है. इसकी सूचना अजब पुलिस को मिली तो पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया. समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई है. बताया जा रहा है कि किसान अपने प्लाट के नामान्तरण कराने को लेकर काफी परेशान था. वह कई दिनों से दफ्तरों के चक्कर काट रहा था. किसान की पत्नी ने तहसीलदार पर भी कई आरोप लगाए हैं. इधर पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
हालत में सुधार बताया जा रहा
टीकमगढ शहर के पुरानी टिहरी के रहने वाले सचिन्द्र साल काफी दिनों से अपने प्लाट के नामान्तरण को लेकर तहसील ऑफिस के चक्कर काट रहा था. लेकिन, नामांतरण नहीं हुआ. इससे परेशान होकर किसान ने खुदकुशी (suicide) करने की ठान ली. वह बुधवार को जब कलेक्ट्रट पहुंचा, तो उसके पास चूहा मारने की दवा थी. उसने कलेक्ट्रेट पहुंचकर चूहा मारने की दवा खा ली. इसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसे उल्टियां होने लगी. घटना की खबर लगते ही देहात थाना पुलिस ने उसको जिला अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां पर अब उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है.
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किसान की पत्नी ने भी लगाए आरोप
इधर, किसान की पत्नी ने भी तहसीलदार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. किसान की पत्नी राधा कुशवाहा ने कहा कि सचेन्द्र नामांतरण को लेकर काफी परेशान था. उसकी जमीन पर लोग कब्जा किए हुए हैं और वह हमारी जमीन नहीं छोड़ रहे हैं. एक एकड़ जमीन पर कब्जा किया हुआ है, जिससे काफी परेशान हैं. प्लाट के नामांतरण के लिए बार-बार दफ्तर जा रहा था, लेकिन तहसीलदार एक भी नहीं सुन रहे थे. इस पूरी घटना के बाद अफसरों में हड़कम्प मचा हुआ है. नामान्तरण के लिए किसान के पास पर्याप्त दस्तावेज थे या नहीं? और यदि नहीं थे, तो नामान्तरण कैसे होता? यदि पूरे दस्तावेज थे, तो फिर क्या कमी थी? इस पूरे एंगल से जांच चल रही है. इधर, टीकमगढ़ जिले के SDM कौशल सरल का कहना है कि जिस व्यक्ति ने जहर खाया है, उसके पिता ने सारी जमीन बेच दी थी. शिकायतकर्ता का कोई भी मामला तहसील में लंबित नहीं है.
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