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MP के 9वें टाइगर रिजर्व में बाघिन ने किया शिकार, शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क का वीडियो हुआ वायरल

Viral Video: माधव टाइगर रिजर्व, पन्ना टाइगर रिजर्व एवं रणथम्बोर टाइगर रिजर्व के बीच स्थित है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 7 मार्च को अधिसूचना जारी करते हुए एक कार्यक्रम के दौरान पन्ना से लाई गई बाघिन MT-4 को जंगल में छोड़ा था, उसके बाद बाघिन MT-4 की शिकार करते हुए नजर आई है. इससे पर्यटकों का रोमांच कई गुना बढ़ गया है.

MP के 9वें टाइगर रिजर्व में बाघिन ने किया शिकार, शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क का वीडियो हुआ वायरल
Madhav National Park: बाघिन को भाया शिवपुरी का जंगल

Viral Video of Tigers: ग्वालियर चंबल क्षेत्र के माधव नेशनल पार्क (Madhav National Park) जो अब टाइगर रिजर्व बन चुका है, उसमें पन्ना से लाई गई बाघिन MT-4 ने अपना इलाका घोषित कर दिया है. इतना नहीं बाघिन ने जंगल में मौजूद शाकाहारी जानवरों को चुनौती देते हुए शिकार भी बनाना शुरू कर दिया. हाल ही में एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में बाघिन MT- 4 अपना शिकार करती हुई दिखाई दी है. जिसका वीडियो एक यूट्यूबर ने टाइगर रिजर्व में सफारी के करते हुए अपने मोबाइल में कैद कर लिया. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो को नेशनल पार्क प्रबंधन ने अपने आधिकारिक पोर्टल पर भी शेयर कर यूट्यूबर को बधाई दी है.

क्या है मामला?

बताया गया है कि शुक्रवार 21 मार्च को टाइगर रिजर्व में मौजूद सेलिंग क्लब के पास यह बाघिन MT-4 अपना शिकार करने निकली थी, जिसे जंगल में मौजूद नीलगाय को शिकार बनाया और उसके पास बैठी हुई दिखाई दी. इस अद्भुत दृश्य को एक पर्यटक ने टाइगर रिजर्व में घूमते हुए कैमरे में कैद कर लिया. अब यह वीडियो शिवपुरी में बने टाइगर रिजर्व को लोकप्रिय बना रहा है.

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अधिकारी का क्या कहना है?

माधव नेशनल पार्क डायरेक्टर उत्तम शर्मा का कहना है कि बाघिन MT-4 लगातार शिकार करती हुई नजर आ रही है. हाल ही में जो चित्र सामने आए हैं, उसने प्रमाणित कर दिया है कि बाघिन ने जंगल को स्वीकार कर अपना इलाका घोषित कर दिया है.

माधव नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1956 में हुई थी. यह प्रदेश के पहले अधिसूचित होने वाले नेशनल पार्क में से एक है. माधव टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1650 वर्ग किलोमीटर है. इसमें कोर एरिया का क्षेत्रफल 374 वर्ग किलोमीटर है और बफर एरिया का क्षेत्रफल 1276 वर्ग किलोमीटर है. बताया जा रहा है कि माधव टाइगर रिजर्व घोषित होने से प्रदेश के वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को और अधिक बढ़ावा मिलेगा.

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क्यों खास है ये नेशनल पार्क?

शिवपुरी स्थित माधव टाइगर रिजर्व ग्वालियर के बिलकुल करीब होने से पर्यटन के लिहाज से आदर्श लोकेशन है. माधव टाइगर रिजर्व में बाघ के अलावा तेंदुए, भेडिया, सियार, लोमड़ी, जगंली कुत्ता, जंगली सुअर, साही, अजगर, चिन्कारा और चौसिंगा आदि जानवर पाये जाते हैं. यहां कई प्रकार के पक्षी भी पाये जाते हैं, जिनमें मुख्य रूप से पीले पैर वाला बटेर, बाज आदि शामिल हैं.

माधव टाइगर रिजर्व में कई प्राचीन मंदिर और स्मारक हैं. यहाँ की सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.

पर्यटन के क्षेत्र में वन्य-जीव सफारी और पिकनिक स्पॉट शामिल हैं. माधव टाइगर रिजर्व एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है, जो वन्य-प्रेमियों, प्रकृति-प्रेमियों और सांस्कृतिक विरासत के प्रति रुचि रखने वाले लोगों के लिये एक आदर्श स्थल है.

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