कंटेनर से Apple कंपनी के 12 करोड़ के 1600 मोबाइल फोन उड़ा ले गए चोर, नहीं दर्ज हुई FIR; थाना प्रभारी सहित SI निलंबित

Apple phones stolen in Sagar: मध्य प्रदेश के सागर में एप्पल कंपनी के मोबाइल लेकर जा रहे एक कंटेनर से 1600 मोबाइल की चोरी हो गई, जिसकी कीमत करीब 12 करोड़ है. वहीं मोबाइल चोरी होने के बाद चालक इसकी रिपोर्ट दर्ज कराने बादरी पुलिस थाने पहुंचा, लेकिन किसी ने इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की.

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1600 Apple phones stolen in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के सागर के नेशनल हाईवे 44 पर एप्पल कंपनी के मोबाइल लेकर जा रहे एक कंटेनर से 1600 मोबाइल की चोरी हो गई. इन मोबाइलों की कीमत करीब 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सबसे शर्मनाक बात ये है कि मोबाइल चोरी होने के बाद सागर जिले के बादरी पुलिस ने इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की, जबकि कंटेनर का चालक रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए घूमता रहा. जब इसकी सूचना सागर रेंज के आईजी को मिली तो उन्होंने बांदरी थाना प्रभारी सहित एएसआई को मामले में निलंबित कर दिया है.

बांदरी में एक ढाबे के पास कंटेनर को खड़ा कर सो गया था चालक

साथ ही आईजी ने कंटेनर से चोरी हुए मोबाइलों का पता लगाने के लिए पांच टीमों का गठन किया है. जानकारी के अनुसार, एप्पल कंपनी के मोबाइल लेकर चेन्नई से 15 दिन पहले एक कंटेनर निकला था. शुक्रवार की रात चालक को नींद आने लगी जिसके बाद उसने बांदरी में एक ढाबे के पास कंटेनर को खड़ा कर दिया और वो सो गया.

रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए घूमता रहा चालक

जब सुबह कंटेनर के चालक की नींद खुली तो उसके हाथ, पैर और मुंह बंधे हुए थे. हालांकि उसने जब गाड़ी में जाकर देखा तो मोबाइल फोन नहीं थे. चालक ने इसकी सूचना कंपनी के अधिकारियों और संबंधित पुलिस थाने को दी, लेकिन पुलिस ने उसकी कोई बात नहीं सुनी और ना ही एफआईआर दर्ज की गई.

बताया जा रहा है कि चालक कंटेनर लेकर जब चला तो उसके साथ एक सिक्योरिटी गार्ड भी साथ में आया था. हालांकि गाड़ी रोकने के बाद चालक और सिक्योरिटी गार्ड ढाबे पर चाय पीने गया था.

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जांच के लिए पांच टीम गठित

सागर रेंज के आईजी प्रमोद कुमार ने बताया कि एक मामला संज्ञान में आया है. ड्राइवर ने शिकायत की है कि उसको बंधक बनाकर एप्पल कंपनी के करीब 1600 मोबाइल चोरी कर लिए गए. इस मामले में हमने टेलीफोन कंपनी, ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और सिक्योरिटी कंपनी के साथ बात की है. जानकारी प्राप्त करके आगे की कार्रवाई की जा रही है.

हालांकि इसकी जांच के लिए पांच टीम गठित की गई है जो हर पहलू पर जांच कर रही है. टोल टैक्स से लेकर जीपीएस लोकेशन तक ट्रेस की जा रही है.

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