
Toronto Film Festival: मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पनिहार व आसपास के इलाकों में शूट हुई फिल्म ‘विमुक्त, इन द सर्च ऑफ स्काई' को विश्व प्रसिद्ध कनाडा के टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एशियन फिल्म के अवार्ड मिला है. ग्वालियर के डायरेक्टर ने यहीं की देहाती पृष्ठभूमि पर महज 11 दिनों में इसे तैयार किया है.
गौरव की बात है कि पूरे एशिया से फेस्टिवल में आईं हजारों फिल्मों में इस फिल्म ने शानदार अभिनय, पिक्चराइजेशन और स्टोरी की दम पर बाजी मारी है. फिल्म की कहानी ग्रामीण परिवेश में संघर्ष करते एक मजदूर परिवार की है.
इसी अंचल के रहने वाले डायरेक्टर जितांक गुर्जर ने इस फ़िल्म क़ो निर्देशित किया है. ग्वालियर में बनकर तैयार हुई यह फिल्म विश्व स्तर पर अब अपना नाम दर्ज करा चुकी है. ग्वालियर के पनिहार, बरई, पवा व पावटा इलाके में 11 दिन में शूट की गई फिल्म ‘विमुक्त' की कहानी एक ऐसे मजदूर की कहानी है जो ईट-भट्टें पर मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता है.
वहीं इसका बेटा जो कि मानसिक रूप से विकलांग है, के इर्द-गिर्द इस कहानी को बुना गया है. जिसका क्लाइमेक्स सीन प्रयागराज में कुंभ के दौरान रियल सीन क़ो शूट किया गया था.
इस फिल्म की प्रोड्यूसर पूजा विशाल शर्मा, आकर्षी भानुशाली, पूनम खरे, मधु शर्मा एवं ग्वालियर वरिष्ठ पत्रकार अर्पण राउत है. फिल्म की डीओपी शैली शर्मा एवं प्रोडक्शन हेड पूनम रजनीश खरे है. फिल्म के मुख्य पात्रों में निखिल यादव, राघवेंद्र भदौरिया व मेघना अग्रवाल है. ये सभी भी अंचल से ही जुड़े हुए हैं.
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