
सिवनी जिले में एक महिला के साथ हुए कथित यौन शोषण की शिकायत मिलने पर भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. आरोपी पुलिस में है और उसका नाम है रूपेन्द्र पाल. रुपेन्द्र सिवनी में ही बादलपार चौकी में आरक्षक के तौर पर तैनात है. महिला का आरोप है कि आरोपी रुपेन्द्र पाल ने शादी का झांसा देकर चार साल तक उसका यौन शोषण किया औऱ फिर शादी से मुकर गया., महिला ने सिवनी महिला थाना और छिंदवाड़ा डीआईजी ऑफिस में भी इसकी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
महिला का बताया कि आरक्षक रूपेंद्र पाल ने अपने किराए के कमरे में ले जाकर उसका शोषण किया है. इसके अलावा वह अपने अन्य आरक्षक साथी के कमरे में भी ले जाकर शोषण करता था. वह महिला को पुलिस क्वाटर भी ले जाता था.
शादी के बाद हुई आरोपी से मुलाकात
महिला के मुताबिक उसकी शादी 2011 में छिंदवाड़ा जिले में हुई थी. उसका एक बेटा भी है. घरेलू हिंसा और वैचारिक मतभेद होने के चलते वह 2014 में पति से अलग होकर अपने मायके सिवनी में आकर रहने लगी. यहीं से उसने आगे की पढ़ाई की और साथ में प्राइवेट बैंक में जॉब करती थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात आरक्षक रूपेंद्र पाल से हुई. पिछले 4 वर्षों से आरक्षक रूपेंद्र पाल के साथ पहले दोस्ती हुई. फिर दोनों पूरी जिंदगी एक साथ रहने के लिए तैयार हुए. इस दौरान आरोपी ने महिला की नौकरी भी छुड़वा दी और महिला के मना करने पर भी उससे जबरन शारीरिक संबंध बनाया.

महिला ने मुताबिक आरोपी रूपेंद्र ने उसे आश्वासन दिया था कि तलाक हो जाने के बाद वह उससे से शादी कर लेगा.
शादी की बात करने पर करता था टाल-मटोल
महिला ने बताया कि आरक्षक रूपेंद्र पाल शादी की बात अक्सर टाल देता था. शादी की बात करने पर वह पहले अपने पति से तलाक लेने का बहाना किया करता था. वह कहता था कि अगर तुम्हारा तलाक नहीं हुआ और मैं तुमसे शादी कर साथ में रहने लगूंगा तो हिंदू मैरिज एक्ट के तहत मुझ पर मामला दर्ज हो जाएगा और मेरी नौकरी चली जाएगी. महिला के मुताबिक रूपेंद्र ने उसे आश्वासन दिया था कि तलाक हो जाने के बाद वह महिला से शादी कर लेगा. लेकिन उसने चुपके से मंडला जिले में अपना शादी तय कर ली.
जान से मारने की मिल रही धमकी
महिला ने बताया कि आरक्षक रूपेंद्र पाल अलग-अलग मोबाइल नंबर से कॉल कर उसे और उसके बच्चे को जान से मारने की धमकी दे रहा है. महिला पर एफआईआर न करने का दबाव बनाया जा रहा है. महिला ने आरक्षक रूपेंद्र पाल की शिकायत छिंदवाड़ा डीआईजी के पास की थी जिसपर जांच भी हो रही थी. लेकिन जैसे ही जांच आगे बढ़ी रूपेंद्र पाल और शेखर बघेल नाम के शख्स के द्वारा मुझे डराया गया. उन्होंने मुझे और मेरे बच्चे को जान से मारने की धमकी दी और कहा कि रूपेंद्र के पिता पहले जेल जाकर आ चुके हैं, वो तुम्हें और तुम्हारे बच्चे को मार डालेंगे. इसके अलावा रूपेंद्र पाल ने मेरे रिश्तेदारों के घर जाकर अभद्र शब्दों का प्रयोग कर भी मुझे धमकी दी.