
Surajpur Bribery Case: सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर थाना क्षेत्र से पुलिस की वर्दी पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं. यहां थाने में तैनात आरक्षक कुलदीप तिर्की ने मोबाइल ढूंढने के नाम पर एक युवक से रिश्वत मांग की. पीड़ित युवक मदद की उम्मीद में थाना पहुंचा था, लेकिन उसे न्याय नहीं, बल्कि 1500 रुपये नकद और 2000 रुपये ऑनलाइन देने के लिए मजबूर किया गया.
सबूत के साथ सोशल मीडिया पर डाला पोस्ट
युवक ने रिश्वत के पैसे तो दे दिए, लेकिन हार नहीं मानी. उसने आरक्षक के साथ रिश्वत संबंधित पूरी बातचीत अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर ली और ऑडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस ऑडियो में आरक्षक की आवाज साफ सुनी जा सकती है, जिसमें वह रुपये मांगता और लेन-देन तय करता नजर आता है.
वरिष्ठ अधिकारी पहले चुप्पी साधे रहे
शुरुआत में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मामले पर चुप रहे और शिकायत दर्ज होने का इंतजार करने की बात कहते रहे. जबकि पीड़ित के पास न सिर्फ ऑडियो रिकॉर्डिंग थी, बल्कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का सबूत भी मौजूद था.
धनतेरस पर पुलिस ने लौटाए थे 154 मोबाइल
सूरजपुर पुलिस ने धनतेरस के दिन 154 गुम मोबाइल बरामद कर 40 लाख रुपये की संपत्ति लोगों को लौटाने का दावा किया था. उस समय विभाग ने अपनी तारीफों के पुल बांधे थे, लेकिन इसी बीच आरक्षक की इस हरकत ने पुलिस की साख को बड़ा झटका दिया.
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NDTV की रिपोर्ट का असर
NDTV पर खबर प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद मामला तूल पकड़ गया. पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए आरक्षक कुलदीप तिर्की को सस्पेंड कर दिया. यह कार्रवाई बताती है कि जनता की आवाज और मीडिया की भूमिका आज भी असर रखती है.
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