MP News: मध्य प्रदेश के विदिशा कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहनगिरी इलाके में महामाई मंदिर के पास चल रहे पुराने विवाद ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया. मोहल्ले के लोगों और रघुवंशी परिवार के बीच जमकर पथराव हुआ, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए. सूचना मिलने पर विदिशा कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और हालात काबू में किए. दोनों पक्ष शिकायत लेकर कोतवाली थाना पहुंचे हैं.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यहां करीब 50 साल पुराना गणेश मंदिर और उसका चबूतरा है, जिसे लेकर पास में रहने वाले रघुवंशी परिवार और मोहल्लेवासियों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है. लोगों का आरोप है कि पूजा-अर्चना या जल चढ़ाने के दौरान रघुवंशी परिवार की ओर से गाली-गलौज, पथराव और अभद्र हरकतें की जाती हैं.

बुधवार को भी इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और हालात बेकाबू हो गए. आरोप है कि पहले रघुवंशी परिवार की ओर से छत से पथराव किया गया, जिसके बाद नीचे मौजूद लोगों ने भी छत की ओर पत्थर फेंके. इस दौरान पथराव में कुछ लोग घायल हो गए. सूचना मिलते ही डायल 112 मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया.
वहीं, रघुवंशी परिवार का कहना है कि जिस स्थान पर मंदिर बना है, उसके पास उनकी निजी भूमि है, जहां उनके ‘जिंद बाबा' का स्थान है. उनका आरोप है कि मोहल्ले के लोग उस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, इसी वजह से विवाद हो रहा है. घटना की जानकारी मिलते ही सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष नितिन माहेश्वरी भी मौके पर पहुंचे और स्थायी समाधान की बात कही.
इधर, पुलिस ने दोनों पक्षों से आवेदन लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. आनंद राज, थाना प्रभारी, कोतवाली का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. जमीन और मंदिर से जुड़े इस विवाद के स्थायी समाधान के लिए प्रकरण को राजस्व विभाग को भेजा जा रहा है.