
Bhopal News: आज कल लोगों में रील के प्रति गजब का उत्साह देखा जाता है. हालत ये है कि कई बार युवक-युवतियां रील बनाने के चक्कर में अपनी जान भी जोखिम में डाल देते हैं. ऐसे में एक रील की चर्चा जोरों पर है. दरअसल, इस रील ने एक 42 साल से बिछड़े बाप-बेटे को फिर से मिला दिया है.
जी बिलकुल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में घटी ये ऐसी घटना है, जो सुनने में भले ही फ़िल्मी लगता हो, लेकिन असल में यह एक सत्य घटना है. पूरन सिंह, जो अपनी पत्नी की मौत के बाद उनकी याद में अपने डेढ़ साल के बेटे को अकेला छोड़कर भाग गए थे. अब 42 साल बाद एक रील की वजह से उनसे दोबारा मिलने में सफल हुए.
सैल्यूट के वीडियो से हुआ कमाल
दरअसल, एक वृद्धाश्रम में एक बुजुर्ग व्यक्ति के सैल्यूट ने उसे इतना मशहूर कर दिया कि वह 42 साल बाद अपने बेटे से मिल गए. असल में हुआ ऐसा कि 15 जुलाई 2025 के दिन बालाघाट में पोस्टेड डीएसपी संतोष ने पूरन सिंह के सैल्यूट का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर कर किया. यह वीडियो वायरल हो गया और एक परिवार को उनके खोए हुए पिता को ढूंढने में मददगार साबित हुई.
बेटे को पिता की ऐसे मिली जानकारी
15 जुलाई, 2023 को डीएसपी संतोष पटेल ट्रेनिंग के लिए भोपाल में थे. उनकी पत्नी का जन्मदिन था, डीएसपी अपनी पत्नी को लेकर भोपाल के आसरा वृद्धाश्रम पहुंचे, ताकि वे सभी वृद्धजनों का आशीर्वाद ले सकें. जहाँ उन्होंने सभी को फल बांटकर उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान, जैसे ही डीएसपी पटेल अंदर गए तो एक बुजुर्ग व्यक्ति खड़ा हुआ और 'जय हिंद' कहते हुए सैन्य अंदाज में सैल्यूट किया. उस व्यक्ति ने अपना नाम पूरन सिंह बताया. वह लगभग 85-90 वर्ष के थे. मोहन सोनी नाम के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने डीएसपी को बताया कि सिंह कभी पुलिस में थे. अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद, वह शराब पीने लगे और मानसिक रूप से परेशान रहने लगे. फिर वह कहीं गायब हो गए, जिसके बाद पहले अपने दोस्त के घर रहे, इसके बाद वृद्धाश्रम में रह रहे हैं. डीएसपी ने पूरन सिंह के सैल्यूट का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. जहां यह वीडियो बहुत वायरल हुआ. इसी दौरान यह वीडियो पूरन सिंह के बेटे राजा सिंह तक पहुंचा. वीडियो मिलते ही पिता से बिछड़ा बेटा अपनी पत्नी संगीता सिंह के साथ भोपाल पहुंच गया और फिर अपने साथ उन्हें घर ले गए.
यह भी पढ़ें- 97 करोड़ की ठगी और रेप के आरोपी बीजेपी MLA के साले को दी गई VIP सुविधा, कोर्ट ने दो अफसरों को 'नाप' दिया
डीएसपी संतोष कुमार पटेल ने बताया कि वृद्धाश्रम प्रबंधक समीना मसीह ने बताया कि अब से 8 महीने पहले पूरन सिंह वृद्धाश्रम आए थे, जिसके बाद से वे यहीं अपना जीवन काट रहे थे. वहीं, वृद्धाश्रम प्रबंधक समीना मसीह ने बताया कि नशे के आदि होने के और बिमारियों के चलते उनकी दिमागी हालत भी पूरी तरह ठीक नहीं थी, लेकिन जब उन्हें पता चला था कि उनका बेटा उन्हें लेने आ रहे हैं तभी से ख़ुशी में वे बार बार दरवाज़ा ही टाक रहे थे. अब वृद्धाश्रम से जाने के बाद पूरन सिंह के दोस्त उन्हें रोज़ याद करते हैं. कहते हैं उनका खाली बिस्तर देख उनकी याद सताती है, लेकिन इस बात कि ख़ुशी है कि वे अब अपने परिजनों के साथ हैं.
यह भी पढ़ें- यहां सिंध, चंबल और क्वारी नदियां हर वर्ष मचाती है तबाही, बह जाती हैं सारी उम्मीदें, पर मिलता है सिर्फ आश्वासन