
मध्य प्रदेश में चुनावी मौसम है और कोई भी वादों की झड़ी लगाने में पीछे नहीं है. सरकार एक के बाद एक नई योजनाएं लॉन्च कर रही है और उसका व्यापक पैमाने पर लाभ का दावा कर रही है. अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना के बाद एक नई योजना शुरू की है, जिसका लाभ तेंदूपत्ता संग्राहकों तक पहुंचाने की बात कही जा रही है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को सिंगरौली जिले के सरई में थे. यहीं उन्होंने चरण पादुका योजना की घोषणा की. इस योजना के तहत तेंदूपत्ता जमा करने वालों को साड़ी, जूते, चप्पल, पानी की कुप्पी दी जाएंगी.
मेरे लिए गरीब ही भगवान है...
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 26, 2023
जो दीन-दु:खी हैं, जो गरीब हैं, जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए हैं, अगर उनकी सेवा कर ली, तो समझो भगवान की पूजा हो गई। pic.twitter.com/g3ixQ5VvMy
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ज़रूरत सबसे ज़्यादा ग़रीबों को होती है. उन्होंने कहा कि बहनें जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने जाती हैं और पांव में चप्पल नहीं होती है. उन्हें कांटा चुभ जाता है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, भाई के रहते बहनों के पांव में कांटा कैसे चुभ सकता है. अब बहनों को चप्पल और भाइयों को जूते मिलेंगे, साड़ी मिलेगी, पानी के कुप्पे मिलेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के मौसम में छाते के लिए 200 रुपये देंगे. इतने छाते खरीदना संभव नहीं है, इसलिए 200 रुपये छाते के लिए दिए जाएंगे.
समाज के कमजोर वर्ग की सेवा और उत्थान ही मेरे जीवन का ध्येय है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 26, 2023
मेरे लिए यह हर्ष का विषय है कि 'मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना' के माध्यम से मेरे तेंदूपत्ता संग्राहक बहनों-भाइयों को साड़ी, जूते, पानी की कुप्पी और छाता मिल सकेगा, जिससे इनका जीवन सरल होगा।
यह और खुशी की बात है कि आज… pic.twitter.com/CgatEg8RLI
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद कुछ तेंदूपत्ता संग्राहकों को चप्पल और जूते पहनाए. वहां मौजूद लोगों ने ताली बजाकर मुख्यमंत्री की पहल का स्वागत किया. माना जा रहा है कि चुनावी साल में यह एक बड़ा दांव है ताकि तेंदूपत्ता संग्राहकों के वोट अपनी तरफ खींचे जा सकें.
मुख्यमंत्री ने सिंगरौली में 693 करोड़ रुपये से ज़्यादा के विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया.
इसी साल फरवरी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लखनादौन में लघु वनोपज सहकारी समिति की क्षमता वृद्धि के लिए हुए प्रशिक्षण-सह-जागरूकता कार्यक्रम में 13 वन-मंडलों के प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति के तेंदुपत्ता संग्राहकों को 78 करोड़ रुपये की बोनस राशि वितरित की थी.

मध्य प्रदेश में 45 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक हैं. इसमें 23 लाख संग्राहक जनजाति वर्ग से हैं, वहीं इसमें 40% महिलाएं संग्राहक हैं और इनके वोट बेहद अहम हैं. यही वजह है कि सरकार इनको लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है.
हालांकि कांग्रेस का कहना है कि जो योजनाएं लाई जा रही हैं वे सिर्फ चुनावों तक सीमित हैं. कांग्रेस का यह भी कहना है कि बीजेपी चुनाव के बाद पुरानी योजनाओं को भूल जाती है और चुनावी साल में फिर नई-नई योजनाएं लेकर आ जाती है. कांग्रेस का यह भी कहना है कि जनता समझदार है, इस बार वो कांग्रेस को ही मौका देगी.
अब जनता किसे मौका देगी ये तो चुनावी नतीजों से पता चलेगा. लेकिन फिलहाल सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ़ से एक से बढ़कर एक योजनाओं और चुनावी वादों की बरसात हो रही है.