रीवा के ट्रांसपोर्टर की हत्या के मामले में सतना के अमरपाटन थाना में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ. यहां आरोपियों को छुड़ाने के प्रयास में भीड़ थाने पर पहुंच गई और पुलिस का रास्ता रोक लिया. बाद में भारी मशक्कत के बाद पुलिस भीड़ को काबू में कर पाई. हालांकि इसकी वजह से आरोपियों को अदालत में पेश नहीं किया जा सका. गिरफ्तार आरोपियों के परिजनों का कहना है कि पुलिस वारदात में शामिल असली अपराधियों को बचा रही है.
क्या है मामला?
रीवा के ट्रांसपोर्टर रजनीश गुप्ता का शव अमरपाटन थाना क्षेत्र के अंतर्गत ककरा यात्री प्रतीक्षालय में गुरुवार को पाया गया था. अमरपाटन थाना पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान ट्रांसपोर्टर का वाहन रीवा जिले में बरामद हुआ था. ट्रांसपोर्टर मूल रूप से रीवा जिले के मनिकवार का निवासी था. जांच में पता चला कि छोटू पटेल और उसके साथियों के साथ किसी बात को लेकर उसका विवाद हुआ था. माना जा रहा है कि इसी विवाद में उसकी हत्या कर दी गई और लाश को ककरा के समीप यात्री प्रतीक्षालय के पास फेंक दिया गया. पुलिस ने इसी मामले में अतुल पटेल, भूपेंद्र पटेल उर्फ रवि, आशुतोष पटेल, छोटू पटेल सहित दो अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया और गुरुवार को अदालत में पेश करने जा रही थी. तभी आरोपियों के परिजन थाने पर पहुंच गए और हंगामा किया.
पैसों के लेन देन के विवाद में हत्या का शक
इस मामले को लेकर पुलिस सूत्रों का कहना है कि ट्रांसपोर्टर और खटखरी निवासी युवकों के बीच पैसों को लेकर विवाद चल रहा था. इसी विवाद के चलते छोटू पटेल बुढेरुआ और उसके अन्य साथियों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी ।मृतक के शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान पाए गए थे इसके अलावा शव को घसीटने के भी निशान पाए गए थे.
अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी
परिजनों के हंगामा करने के बाद अमरपाटन थाना प्रभारी संदीप भारतीय ने वरिष्ठ अधिकारियों को प्रकरण की जानकारी देते हुए अतिरिक्त फोर्स मंगाई है. परिजनों के इस हंगामे के बाद आरोपियों को न्यायालय में पेश नहीं किया जा सका. अब कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें न्यायालय ले जाने की तैयारी चल रही है. हालांकि इस मामले को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से बचा जा रहा है.