
Two girls fell borewell in Satna: मध्य प्रदेश में सतना जिले में धान रोपाई के दौरान बड़ा हादसा हो गया. यहां एक ही गांव की दो नाबालिग लड़कियां खेत में बने बोरवेल में गिर गईं, जिसमें दोनों की मौत हो गई. दोनों लड़कियों का शव बरामद कर लिया गया है. यह हादसा उस वक्त हुआ, जब खेत में धान की रोपाई हो रही थी.यह घटना नागौद थाना के हिलौंधा गांव की है.
यह जानकारी पुलिस के एक अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि यह घटना नागौद तहसील के हिलौंधा गांव में फसल की रोपाई के दौरान हुई.
सतना में दो लड़कियां बोरवेल में गिरी
बताया गया कि गजानंद मिश्रा के खेत का बोरवेल खुला हुआ था, जिसमें पैर रखते ही दोनों लड़कियां गहरे पानी में चली गईं. हादसे की सूचना के बाद जिला प्रशासन, पुलिस और SDRF की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. हालांकि सोमवती का शव कुछ घंटे बाद ही बरामद कर लिया गया, जबकि दुर्गा का शव करीब सात घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद देर रात लगभग 2 बजे बरामद किया गया. जानकारी के मुताबिक, रविवार शाम धान की रोपाई के बाद दोनों लड़कियां पैर धोने खेत में गई थीं, तभी ये हादसा हो गया.

ट्रैक्टर पर सवार होकर पहुंचे थे SDM समेत ये अधिकारी
बता दें कि खुले बोरवेल में दो नाबालिग लड़कियों के गिरने के बाद हिलौंधा गांव में प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं का जमावड़ा लग गया. देर रात ट्रैक्टर पर सवार होकर एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ, थाना प्रभारी और पूर्व विधायक मौके पर पहुंचे.
अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही सोमवती का शव मिल चुका था, जबकि दुर्गा का शव करीब सात घंटे बाद देर रात 2 बजे तब मिला जब खेत का पानी पूरी तरह निकाला गया.
धान की रोपाई के दौरान ये हादसा
नागौद के थाना प्रभारी अशोक पांडेय ने बताया कि नागौद थाना क्षेत्र में सलैया हार के रहने वाले छग्गू अहिरवार के परिवार के लोग हिलौंधा गांव के बीच स्थित एक खेत में धान की रोपाई के लिए गए थे. इसी दौरान छग्गू अहिरवार की बेटी सोमवती (16) और संतोष अहिरवार की बेटी दुर्गा (10) भी खेत में पहुंचीं.

बोरवेल से निकाला गया दोनों का शव
पांडेय ने बताया कि खेत में पानी भरा होने के कारण उन्हें बोरवेल का पता नहीं चल सका और वो उसमें गिर गई. घटना की सूचना मिलते ही नागौद एसडीएम जीतेन्द्र वर्मा पुलिस बल के साथ तत्काल घटना स्थल पहुंचे. उन्होंने बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे सोमवती का शव बोरवेल से निकाल लिया गया. दुर्गा की तलाश जारी रही.
अधिकारी ने बताया कि खेत में पानी भरा होने और अंधेरा होने की वजह से बचाव अभियान में दिक्कतें आ रही थीं.
कलेक्टर के बोरवेल बंद करने के आदेश के बाद कैसे हुआ ये हादसा?
बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां पहले एक बोरवेल खोदा गया था, लेकिन पानी न मिलने पर किसान ने केसिंग पाइप निकालकर उस गड्ढे को मिट्टी से भर दिया था. हाल ही में हुई बारिश के कारण मिट्टी धंस गई और गड्ढा गहरा हो गया. इसी खतरनाक गड्ढे में बारिश का पानी भर गया, जिससे कोई यह अंदाजा नहीं लगा सका कि गहराई कितनी है और यह हादसा हो गया.
मिट्टी धसने से बन गया मौत का कुंआ
जिस बोरवेल में हादसा हुआ वो भी अपने आप में बड़ा सवाल है. दरअसल, पिछले दिनों जब रीवा में ऐसी ही घटना हुई थी, तब मुख्यमंत्री ने खुले बोरवेल बंद करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद कलेक्टर ने सतना जिले में सभी अधिकारियों को ऐसे स्थानों को चिन्हित कर बंद कराने के निर्देश दिए थे, ताकि कोई हादसा न हो, लेकिन इस हादसे ने इन निर्देशों की पोल खोल दी.
कलेक्टर के निर्देश के बावजूद यह बोरवेल खुला रह गया, जहां दो बच्चियों की डूबकर मौत हो गई. शवों को बरामद करने के बाद पंचनामा कर देर रात पोस्टमॉर्टम के लिए नागौद ले जाया गया. लापता लड़की की तलाश में जलभराव एक बड़ी समस्या थी. रेस्क्यू टीम को पानी में उतरने में दिक्कत हो रही थी, लिहाजा एसडीएम जितेंद्र वर्मा के निर्देश पर जेसीबी बुलवाकर खेत की मेड़ काटी गई और पानी निकाला गया. बताया जाता है कि खेत की भौगोलिक स्थिति ऐसी थी कि ऊपर से लगातार पानी आ रहा था.
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