Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सतना जिले में दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही जोरदार बरसात के चलते शहर में जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. दो दिन में अब तक 97 .1 एमएम (मिली मीटर) बरसात दर्ज की गई. इसके अलावा आगे भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में जिला कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राइमरी स्कूल (पीएस) और मिडिल स्कूल (एमएस) में अवकाश घोषित कर दिया. जबकि जिला कार्यक्रम अधिकारी ने आंगनबाड़ी केन्द्रों की भी छुट्टी घोषित कर दी है. सतना जिले में अब तक सीजन की बरसात का आंकड़ा 1087.4 एमएम दर्ज किया जा चुका है. जो कि औषत वर्षा से लगभग 53 एमएम अधिक है.
कई इलाकों में जल भराव की समस्या
स्मार्ट सिटी का गौरव प्राप्त कर चुके शहर में जगह-जगह पर वॉटर लॉगिंग की समस्या देखने को मिल रही है. शहर के तमाम इलाकों में सड़कें स्वीमिंग पूल का रुप ले चुकी हैं. दो दिनों से हो रही तेज बारसात के कारण शहर के तमाम इलाकों में पानी का भराव हो चुका है. यह समस्या पिछले एक दशक से है, जिसका निदान नगर निगम के काबिल इंजीनियर नहीं ढूंढ पाए.
सिटी कोतवाली के पास रेलवे अंडर ब्रिज भी पानी से भरा पड़ा है. बारिश से नगर की सड़कों की सूरत बदल गई है. जगह-जगह सड़कों पर पानी भर गया है, जिसके चलते राहगीरों की मुश्किलें बढ़ गई है. शहर के अंधेरी पुलिया, बस स्टैंड, विराट नगर, सिंधी कैंप, बजरहा टोला समेत अन्य इलाकों में पानी भरा हुआ है. कच्ची सड़क कीचड़ से सराबोर हो गई हैं. लगातार हो रही बारिश से कुओं व नलों में पानी का जल स्तर भी बढ़ा है.
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गड्ढों से हो रही परेशानी
जोरदार बारिश के बाद शहर की सड़कें तालाब बन गईं. कई मोहल्लों में लोग घरों में कैद रहे. वहीं जर्जर व गड्ढा युक्त सड़कों पर भारी जलभराव से गुजरने वाले लोगों के पसीने निकलने लगे. बारिश का मौसम शुरू होने के पहले नगर निगम ने नाला सफाई काम शुरू कराया. सफाई का काम तो कुछ हद तक हुआ लेकिन बारिश ने सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी.
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