
Madhya Pradesh Hindi News: प्रदेश सरकार ने भले ही सीएम राइज स्कूल (CM Rise School) का नाम बदलकर संदीपनी विद्यालय (Sandipani School) रख दिया हो, लेकिन जमीनी हकीकत में बदलाव अब तक नहीं दिख रहा है. करोड़ों की लागत से तैयार हो रहे इन आधुनिक विद्यालयों का निर्माण कार्य आज भी अधूरा पड़ा है. सागर जिले के संदीपनी विद्यालय (पूर्व सीएम राइस) की स्थिति इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है.

18 महीने में बनना था स्कूल
जानकारी के अनुसार, सागर के इस संदीपनी विद्यालय का भवन 18 महीनों में बनकर तैयार होना था, लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है. परिणामस्वरूप आज भी विद्यार्थियों की पढ़ाई पुरानी जर्जर इमारत में ही हो रही है, जो अब विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या को संभालने में असमर्थ साबित हो रही है.

खुले में चलाई जा रहीं कक्षाएं
वर्तमान में नए सत्र के साथ छात्राओं की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे कक्षाओं की भारी कमी हो गई है. हालात यह हैं कि कुछ कक्षाएं प्रार्थना सभा स्थल में चलाई जा रही हैं. बरसात के दिनों में यहां पढ़ाई करना और भी कठिन और असुविधाजनक हो जाता है. छात्राओं ने बताया कि स्कूल में वॉशरूम की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, जिससे उन्हें रोजमर्रा की गतिविधियों में परेशानी का सामना करना पड़ता है.
क्या बोले स्कूल प्रिंसिपल
इस संबंध में जब विद्यालय के प्राचार्य वीके दुबे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे इस विषय में कई बार निर्माण एजेंसी को पत्र लिख चुके हैं, लेकिन अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. उन्होंने निर्माण कार्य की इस देरी के लिए निर्माण एजेंसी को ही जिम्मेदार ठहराया.
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