
MP NEWS: एक जुलाई 2024 से प्रदेश की अंतर्राज्यीय सीमाओं पर परिवहन जांच चौकियां (आरटीओ चेक पोस्ट) बंद हो गई थी. नई व्यवस्था के तहत रोड सेफ्टी एंड इंफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट बनाए जाने थे लेकिन छतरपुर में अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है.
दरअसल, प्रदेश में संचालित आरटीओ चेक पोस्ट पर लगातार गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थी जिसके बाद सरकार ने इन्हें बंद कर दिया था. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश के बाद परिवहन विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए थे. उधर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी जिलों के कलेक्टर्स को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस नई व्यवस्था की जानकारी देकर इसका पालन कराने के लिए कहा था.
एक साल बाद ये है हाल
एक साल बीत जाने पर सरकारी आदेश पर कितना अमल हुआ या नहीं ये तो नहीं पता मगर छतरपुर जिले से मिलने वाली उत्तर प्रदेश की सीमा पर आरटीओ विभाग की तरफ से बाकायदा सड़कों पर बेरीकेटिंग लगा कर चेकिंग धड़ल्ले से की जा रही है. छतरपुर से उत्तर प्रदेश के महोबा और झांसी की सीमा पर आरटीओ विभाग ने अपने कर्मचारी छतरपुर से उत्तर प्रदेश के महोबा और झांसी की सीमा पर सरकारी गाड़ी के साथ तैनात कर रखे हैं. जो बैरियल के आगे पीछे कॉमर्शियल वाहनों को रोक कर अवैध वसूली करते देखे जाते हैं. अवैध वसूली का शक तब और मजबूत हो जाता है जब मीडिया के कैमरों को देख कर अचानक चेकिंग बंद करके चेकिंग में लगे कर्मचारी भाग खड़े होते हैं.
जांच से मोह भंग नहीं...
मोहन सरकार की मंशा पर जांच चौकियां बंद जरूर की गई थी मगर साहब जांच से मोह भंग नहीं कर पाए और दिन रात चेकिंग के नाम पर कॉमर्शियल वाहनों से वसूली की जाती रही जो एक साल से बाद कर दी गई है लेकिन छतरपुर जिले में लगातार जारी है.