
Rewa Road Damage Built on Over Bridge NH-30: रीवा संभागीय मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर मंनगवा में नेशनल हाईवे-30 पर बने ओवर ब्रिज की हालत बेहद खराब हो गई है. ओवरब्रिज को बनाने में लगभग 14.56 करोड़ रुपये का खर्चा आया था, जबकि इसके उद्घाटन को ही सिर्फ 4 महीने हुए हैं. सड़क मानसून में बारिश का एक महीना भी नहीं झेल पाई है. सड़क बुरी तरह से उखड़ चुकी है और वाहनों के चलते समय धूल उड़ती है. इस सड़क से गुजरते समय दो पहिया वाहनों के फिसलने का डर बना रहता है.

जिस NH पर ये ओवरब्रिज बना है, उसे लोग एनएच-30 के साथ ही नागपुर-बनारस या नागपुर-प्रयागराज हाईवे के नाम से भी जानते हैं.
फरवरी में हुआ था उद्घाटन
प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसी वर्ष फरवरी में ओवरब्रिज का उद्घाटन किया था. इलाके के लोगों ने इसे बनवाने के लिए काफी संघर्ष किया था. स्थानीय लोग हर नेता को रोकते थे, जो भी यहां से गुजरता था और ओवरब्रिज बनवाने की मांग करते. लोगों को ओवरब्रिज न होने के कारण सड़क पार में करने में समस्या होती थी.
NH-30 होने के कारण भारी से लेकर हल्के वाहनों की आवाजाही तेज रफ्तार से होती थी, इस वजह से यहां सड़क पार करते समय हादसे भी हो जाते थे.
शिवराज सिंह ने दी थी बनाने की अनुमति
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओवरब्रिज बनाने को अनुमति दी. तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इसका भूमि पूजन कर ओवरब्रिज निर्माण की शुरुआत कराई, फिर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उद्घाटन किया.
जब ओवरब्रिज का निर्माण हुआ था तो सड़क शानदार दिख रही थी. अब जब मानसून को एक महीना हो चुका है तो इसकी हालत खराब हो गई है. सड़क से उखड़ गई और धूल उड़ रही है. पुल के ऊपर से गुजरने वाले वाहनों के साथ धूल का गुबार उड़ता है.
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