
Rewa Lokayukta Team : मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गुढ़ विधानसभा में नायब तहसीलदार के रीडर और कोटवार पर कार्रवाई हुई है. दोनों को 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा है. आरोपियों ने जमीन नामांतरण के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. बाद में 35 हजार रुपये पर मामला बन गया था. उसके बावजूद पिछले 2 महीने से संदीप पांडे जो की शिकायत करता है. लगातार तहसील का चक्कर लगा रहे थे. लेकिन उनका काम नहीं हो पा रहा था.
जानें क्या है पूरा मामला
लोकायुक्त से मिली जानकारी के अनुसार, नायब तहसीलदार कार्यालय जिला गुढ़ में भृत्य के पद पर पदस्थ पुष्पेंद्र मिश्रा, जिसे वर्तमान में रीडर का कार्यभार दे दिया गया. उसने संदीप पांडे से जमीन नामांतरण के नाम पर पहले 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. जिसे बाद में 35 हजार रुपये कर दिया गया था. यह मामला पिछले दो महीने से गुढ़ के नायब तहसीलदार कार्यालय में पड़ा हुआ था. संदीप पांडे लगातार कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन उनका काम नहीं हो रहा था. जिसके चलते उन्होंने पुष्पेंद्र मिश्रा की शिकायत लोकायुक्त कार्यालय में कर दी.
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गुढ़ तहसील में एकाएक चहल पहल बढ़ गई
लोकायुक्त विभाग ने अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच कराई. जांच में शिकायत सही पाए जाने पर, आज ट्रैप की कार्रवाई की गई. देर शाम गुढ़ तहसील में जैसे ही तहसीलदार के रीडर बाबू पुष्पेंद्र मिश्रा ने और कोटवार बुद्ध सेन ने संदीप पांडे से 35 हजार रुपये लिए. लोकायुक्त की टीम तत्काल पहुंच गई, और उसने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया. गुढ़ तहसील में एकाएक चहल पहल बढ़ गई.पहले तो लोगों को समझ में ही नहीं आया क्या हो गया. लेकिन जब पूरी बात पता चली तो नायब तहसीलदार कार्यालय में सन्नाटा सा छा गया. लोकायुक्त ने यह कार्रवाई निरीक्षक जिया उल हक के नेतृत्व में की, जिसमें डीएसपी प्रमेंद्र कुमार सहित 12 लोग शामिल रहे.
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