RBI Chief Exclusive Interview: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) यानी आरबीआई (RBI) के चीफ शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने एनडीटीवी को दिए एक विशेष साक्षात्कार (NDTV Exclusive Interview) में कई मुद्दों पर खुलकर चर्चा की. इस दौरान दास ने कहा कि नीतिगत दर में कटौती (Policy Rate Cut) का निर्णय मुद्रास्फीति पर नियंत्रण रखने पर निर्भर करेगा. एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ (NDTV Editor-in-Chief) संजय पुगलिया (Sanjay Pugalia) ने जब आरबीआई के जटिल कामकाज के बारे में उनसे पूछा तो आरबीआई प्रमुख ने कहा आम आदमी की भाषा में समझाना हमारा लक्ष्य है. इसलिए RBI के काम को सरल भाषा में पेश करने की कोशिश की जा रही है. ताकि हर इंसान अपने बैंकिंग सिस्टम को जान पाए और समझ पाए. वहीं उन्होंने कहा कि नीतिगत दर में कोई भी कटौती भविष्य के आंकड़ों पर निर्भर करेगी, जिसमें मुद्रास्फीति दर (Inflation Rate) सबसे बड़ा कारक है.
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— NDTV India (@ndtvindia) August 20, 2024
महंगाई पर यह कहा?
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अभी देश में महंगाई कम हो रही है, हालांकि 4 फीसदी का लक्ष्य अभी थोड़ा दूर है. हम कीमतों की स्थिरता पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिरता बनाए रखना बहुत जरूरी है. दास ने कहा कि जुलाई में खाद्य और सब्जियों की कीमतों में गिरावट दरों में कटौती के लिए पर्याप्त नहीं है.
मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत से नीचे जाने की बात कभी नहीं की : RBI चीफ
आरबीआई प्रमुख ने इस बात से इनकार किया कि आरबीआई को मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत से नीचे जाने की उम्मीद है. मौद्रिक नीति समिति का उल्लेख करते हुए दास ने कहा कि "यदि आप एमपीसी की बैठक (MPC Meeting) के विवरण को ध्यान से देखें तो हमने कभी नहीं कहा कि मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत से नीचे जाएगी." यह समिति भारत की नीति दर की समीक्षा और निर्धारण करती है.
उन्होंने कहा कि नीतिगत दर में कटौती नहीं करने से विकास पर कोई प्रतिकूल प्रभाव "न्यूनतम एवं नगण्य" होगा. दास ने कहा, हम अभी भी 7.2 प्रतिशत की दर से विकास कर रहे हैं, जो दुनिया में सबसे तेज है. विकास बरकरार है, स्थिर है, लचीला है, लेकिन हमें मुद्रास्फीति को कम करने की आवश्यकता है.
RBI प्रमुख ने कहा फिलहाल, हमें भरोसा है कि मुद्रास्फीति कम हो रही है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह 4 प्रतिशत के आसपास रहेगी. फिलहाल हम इसे 4.5 प्रतिशत पर देख रहे हैं.
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