
Rats Bite Newborn Babies: इंदौर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंत हॉस्पिटल (M. Y. Hospital) में नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों की घनघोर लापरवाही सामने आई है. चूहों ने दो नवजात शिशुओं के हाथों को कुतर दिया, जिससे एक की मंगलवार को मौत हो गई. दूसरे नवजात का इलाज किया जा रहा है. वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने नवजात की मौत की वजह कुछ और बताई है.
अस्पताल का कहना है कि नवजात की मौत चूहों के काटने से नहीं, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते हुई है. उनका कहना है कि नवजात का वजन 1.2 किलो था. इसी के साथ शिशु में हीमोग्लोबिन भी कम था, सर्जिकल संबंधित तकलीफें भी थीं. जानकारी के अनुसार, इस नवजात को उसके परिजन भी छोड़कर चले गए थे.
मेडिकल कॉलेज के डीन ने की कार्रवाई
इस मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन घनघोरिया ने मंगलवार को तुरंत कारवाई की है. उन्होंने नर्सिग ऑफिसर आकांशा बेन्जामिन, स्वेता चौहान को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, सहायक प्रभारी नर्सिग आफिसर कलावती बलावी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही पीआईसीयू की नर्सिंग ऑफिसर प्रवीणा सिंह प्रभारी और डॉ मनोज जोशी प्रभारी व प्राध्यापक पीडियाट्रिक्स सर्जरी विभाग को भी कारण बताओ नोटिस दिया है.
नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को भी हटाया
इसके साथ ही एम वाई अस्पताल की नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मारग्रेट जोजफ को हटाया है. उनकी जगह नर्सिग ऑफिसर सिस्टर दयावती दयाल को सुपरिटेंडेंट बनाया गया है. पीडियाट्रिक्स सर्जरी के आईसीयू इंचार्ज और असिस्टेंट इंचार्ज को भी शोकॉज (कारण बताओ) नोटिस दिया गया है.
इसके अलावा डीन घंघोरिया ने ऐजाईल कंपनी पर एक लाख का जुर्माना लगाते हुए चेतावनी दी है. एम वाई अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ अशोक यादव को भी तुरंत पेस्ट कंटोल करने के दिशा निर्देश दिए हैं.
डीन ने कहा कि एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है, जिसमें डॉ एसबी बन्सल , डॉ शशि शंकर शर्मा, डॉ अरविंद शुक्ला, डॉ निर्भय मेहता और डॉ बसंत निगवाल के साथ नर्सिग ऑफिसर सिस्टर दया वती दयाल रहेंगी. जांच के बाद रिपोर्ट सौंपेंगे, फिर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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