
Sonam Raghuvanshi in Ghazipur: पति राजा रघुवंशी की हत्या की आरोपी सोनम क़रीब 20 घंटों तक ग़ाज़ीपुर में रहीं. वो सबसे पहले ढाबे पर पहुंची. जहां उसने ढाबा मालिक के मोबाइल से भाई से बात की. यहीं से सोनम ग़ाज़ीपुर पुलिस के क़ब्ज़े में आ गई. सोनम की शिकायत पर डॉक्टरों ने उसे दवा दी. फिर वो करीब चौदह घंटे तक वन स्टॉप सेंटर में रही. इस दौरान सोनम से मिलने उनके भाई गोविंद भी आए. इस दौरान इन चौदह घंटों में सोनम रघुवंशी ने क्या-क्या किया? जानिए इस रिपोर्ट में.
अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या की आरोपी सोनम रघुवंशी को दो राज्यों की पुलिस ढूंढ रही थी. हालांकि, हनीमून मनाने मेघालय गई सोनम रघुवंशी अपने पति की हत्या के ठीक 17 दिनों बाद मिनी ग़ाज़ीपुर में ग़ाज़ीपुर-वाराणसी हाईवे पर स्थित ढाबे पर आई. ढाबा चलाने वाले साहिल यादव के मोबाइल फोन से उसने अपने भाई से बात की, फिर भाई ने इंदौर पुलिस को और इंदौर पुलिस ने यूपी पुलिस को सोनम के बारे में बताया. हालांकि, शिलांग से वो ग़ाज़ीपुर कैसे पहुंची, इसपर से पर्दा उठना अभी बाक़ी है.
वन स्टॉप सेंटर में रहीं 14 घंटे
ग़ाज़ीपुर पुलिस सोनम को अपनी कस्टडी में लेकर सोमवार की सुबह अस्पताल पहुंची. सोनम का सुबह 4:2 मिनट पर मेडिकल चेकअप किया गया. उसके बाद करीब 5 बजे गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर लाया गया. उसके बाद उसको वन स्टॉप सेंटर में महिला स्टाफ की निगरानी में रखा गया, जहां 14 घंटे सोनम ने वन स्टॉप सेंटर में बिताया.
वन स्टॉप सेंटर में सोनम ने ऐसे बिताया वक्त
सोनम को लगभग 14 घंटे वन स्टॉप सेंटर में रखा गया. स्टॉप कर्मियों ने बताया कि वह काफी थकी हुई थी, जिसके बाद उसको आराम दिया गया. कुछ देर आराम करने के बाद उसको चाय दी गई. चाय के साथ उसने बिस्किट भी ली. उसे ब्रेड भी दिया गया था, पर उसने ब्रेड नहीं लिया. चाय पीने के बाद उसका हाल-चाल पूछा गया, तो उसने सिर्फ इतना कहा "हा मैं ठीक हूँ". इस दौरान सोनम इन 14 घंटों में किसी से कुछ भी बात चीत करने से बचती रही. बाद में उसे ट्रुथ ब्रश और पेस्ट दिया गया. उसने दांत साफ़ किया, पर नहाई नहीं. सोनम को दोपहर 1:30 बजे के करीब खाने के लिए दिया गया, तो उसने सिर्फ आधी रोटी और एक कटोरी दाल खाई और पानी पिया. इस दौरान सोनम लगभग पूरे समय सोती रही. सोनम ने सिरदर्द की शिकायत की, तो उसे दवा दी गई और उसने फिर चाय पी. सोनम जिस हालत में, जिस कपड़े में ढाबे पर मिली थी, उसी ब्लैक टी शर्ट और ट्राउजर में दिन भर रही. टेबल पर माथा रख कर कुर्सी पर बैठे-बैठे ही सोती रही. न तो उसने अपने घर परिवार के बारे में कोई बात की और न ही पति राजा रघुवंशी की हत्या को लेकर उसने कोई चर्चा की. एक बार दोपहर में ज़रूर सोनम थोड़ी देर के लिए रोई. फिर एक गिलास पानी पिया और सो गई.
वन स्टॉप सेंटर में इस वजह से सोनम की नहीं कराई गई काउंसलिंग
महिला स्टाफ ने बताया पुलिस केस के चलते उनको हिदायत दी गई थी कि सोनम की काउंसिलिंग नहीं करना है.सिर्फ उसकी हरकतों पर ध्यान देते रहना है. इसके साथ ही बाहरी लोगों का प्रवेश एक दम से वर्जित था.
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सीजीएम कोर्ट में भी कुछ नहीं बोली सोनम
शाम 7:30 बजे के करीब मेडिकल जांच के बाद सोनम को ट्रांजिट रिमांड के लिए पुलिस कोर्ट ले जाया गया. जहां पेशी के दौरान सोनम से महिला सीजेएम ने मास्क हटाने को कहा, फिर महिला सीजेएम ने पूछा क्या तुम सोनम रघुवंशी हो, तो सोनम ने सिर्फ इतना जवाब दिया "हां मै ही सोनम हूं". इसके बाद उसने कुछ भी नहीं बोला. कोर्ट की ओर से कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद मेघालय पुलिस सोनम को लेकर पटना के लिए रवाना हो गई.
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