
PM Janman Yojana News : पीएम जनमन योजना (PM Janman Yojana) के माध्यम से सरकार हर एक गरीब आदिवासी परिवार को पक्का मकान देने पर जोर दे रही है. वहीं, अशोकनगर जिले में आज भी हजारों की संख्या में आदिवासी परिवार आवास विहीन है. ये लोग अभी-भी पक्के मकान का सपना देख रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्र की बात की जाए तो चंदेरी जनपद के तहत सर्वे में 5198 आवासहीन परिवारों का सर्वे किया गया था, जिनमे से 2834 परिवारों को ही आवास स्वीकृत हुए हैं. वहीं, बात की जाए ईशागढ की तो यहां 5221 का सर्वे किया गया था, जिनमें से 3047 परिवारों को ही आवास स्वीकृत हो सकें.
लगभग 200 आवास का एफटीपीओ पेंडिंग

वहीं, मुंगावली जनपद में 4000 परिवार चिन्हित किये गए उनमे से 3200 को आवास स्वीकृत हो सके. वहीं, अशोकनगर में कुल परिवार 800 चिन्हित हुए और मात्र यहां सभी चिन्हित परिवार को ही आवास स्वीकृत हो सके हैं. जबकि देखा जाए तो जिनको आवास स्वीकृत हो भी गए हैं, तो ऐसे सैकड़ों परिवारों को पेमेंट नहीं हो पा रहा. लगातार एफटीपीओ रिजेक्ट हो रहे हैं. इनमें मुंगावली जनपद में लगभग 200 आवास का एफटीपीओ पेंडिंग पड़ा है. इसी तरह जिले में अन्य जनपदों के भी यही हाल है.
इनको शासन की योजना का इंतजार
लेकिन बात की जाए शहरी क्षेत्र की, तो यहां आदिवासियों की स्थिति बदहाल ही नजर आ रही है. आज भी सैकड़ों परिवार झोपड़ी या खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने को मज़बूर हैं. मुंगावली नवीन मंडी के पीछे रहने वाले इन आदिवासियों की बदहाली के ये तस्वीर बानगी मात्र है कि आज भी यहां आदिवासी किस तरह बेहाल हैं. इनको आज भी शासन की योजना का इंतजार है.
देखा जाए तो यहां रहने वाले अधिकांश परिवार भूमिहीन है और इनको आज तक न तो आवास मिला न रहने का कोई ठिकाना और यहां झोपडी डालकर रहने वाले यह परिवार के बच्चों के चेहरे गर्मी से जले नजर आ रहें हैं और तूफान ने इनकी झोपड़ी तहस नहस कर दी साथ ही अब बारिस का सितम इन परिवारों को सताता नजर आ रहा हैं.
ये भी पढ़ें- दिल्ली से रायपुर पहुंची फ्लाइट में पूर्व CM समेत आधे घंटे तक फंसे रहे यात्री, तकनीकी खामी के चलते लॉक हो गया था गेट