
Madhya Pradesh News: पूरे देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी छठ महापर्व बड़े हर्षोल्लास (chhath puja celebration) के साथ मनाया गया. खरगोन जिले के बड़वाह स्थित नर्मदा घाट (Narmada Ghat) पर रविवार शाम को यूपी बिहार के लोगों ने छठ पूजा (chhath puja 2023) की. इस महापर्व के तीसरे दिन महिलाओं ने व्रत रखा और डूबते हुए सूरज की पूजा की. छठ महापर्व के चौथे और आखिरी दिन सोमवार सुबह को उगते हुए सूरज की आराधना की जाएगी. जिसके बाद यह महापर्व समाप्त हो जाएगा.
सूर्यदेव के साथ नर्मदा मां की भी हुई पूजा
रविवार शाम को छठ पूजा के दौरान नर्मदा घाट पर पुरुष सिर पर रखी टोकरी में फल, मूली, गन्ना और ठेकुआ (आटे और शक्कर से बना व्यंजन) लेकर पहुंचे. वहीं महिलाएं हाथों में पूजा की थाल लिए हुए थीं. सभी ने सामूहिक रूप से गन्ने का मंडप बनाकर छठी देवी की पूजा की. जैसे ही सूर्यदेव अस्त होने के करीब पहुंचे महिलाएं पूजा की थाली और कलश लेकर नर्मदा के जल में खड़े होकर पूजा की और जब तक सूर्यदेव पूरी तरह से अस्त नहीं हुए महिलाएं पानी में ही खड़ी रहकर आराधना करती रहीं. इसके बाद महिलाओं ने नर्मदा मां की पूजा कर दीपदान भी किया.
क्यों होती है छठ माई की पूजा
इस व्रत में छठ देवी की मिट्टी की प्रतिमा बनाकर उनकी पूजा की जाती है. बता दें कि छठी देवी को सभी लोकों के बालकों की रक्षा करने वाली देवी भी माना जाता है. इस व्रत के पालन और आराधना करने से शक्ति और ब्रह्म दोनों का आशीर्वाद मिलता है. षष्ठी तिथि का संबंध भी संतान की आयु से होता है.
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