
Nagar Palika Office Hangama: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भिंड नगर पालिका में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक निर्दलीय पार्षद ने जमकर उत्पात मचाया. पार्षद ने लेखा शाखा कार्यालय (Accounts Branch Office) के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की, उन्हें जबरन बाहर निकाला और उसमें ताला जड़ दिया. इतना ही नहीं, लेखा अधिकारी को फोन पर धमकाया और गाली भी दी. इस घटना के बाद दो थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने आरोपी पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, घटना गुरुवार शाम करीब 4 बजे की है. अकाउंटेंट आनंदपाल चौहान ने बताया कि वह नियमित कार्य के लिए कार्यालय में उपस्थित थे. बिजली न होने पर वे इनवर्टर से काम कर रहे थे, लेकिन शाम तक इनवर्टर डिसचार्ज हो गया. आवश्यक काम पूरा करने के लिए वे मेला ग्राउंड स्थित स्टोर ऑफिस चले गए, जहां इनवर्टर चालू था. इसी दौरान पार्षद दीपक शर्मा ने उन्हें फोन कर अपने भुगतान में देरी का कारण पूछा. अकाउंटेंट ने बताया कि सीएमओ के डिजिटल साइन वाले डोंगल की वैधता समाप्त हो चुकी है और नया डोंगल बनते ही भुगतान प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
इस जवाब से नाराज होकर पार्षद ने धमकी दी कि "कार्यालय मत आना, मैं ताला लगा रहा हूं" और फोन काट दिया. इसके बाद पार्षद दीपक शर्मा लेखा शाखा पहुंचे और वहां कार्यरत ब्रजेंद्र सिंह बघेल, शेर सिंह बघेल, अशोक शाक्य, आशीष सविता, राहुल श्रीवास्तव, राहुल शाक्य और रामप्रकाश को जबरन बाहर निकाल दिया. पार्षद ने चेतावनी दी कि अगर कोई अंदर रुका तो उसे बंद कर दिया जाएगा.
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पुलिस ने लिया एक्शन
सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली व देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची. शाम करीब 6 बजे अकाउंटेंट आनंदपाल चौहान की शिकायत पर पुलिस ने पार्षद दीपक शर्मा के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया. नगरपालिका प्रशासन ने इसे गंभीर मामला मानते हुए कार्रवाई की बात कही है. वहीं, घटना के बाद नगर पालिका के अन्य कर्मचारी भी डरे हुए हैं और पार्षद के व्यवहार की निंदा कर रहे हैं.
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