
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) राज्य में बुंदेलखंड क्षेत्र के पन्ना जिले में पन्ना विधानसभा क्षेत्र है, जो अनारक्षित है. पिछले विधानसभा चुनाव, यानी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मिलाकर 229658 मतदाता थे, जिन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी बृजेंद्र प्रताप सिंह को 68359 वोट देकर जिताया था. उधर, कांग्रेस उम्मीदवार शिवजीत सिंह "भैया राजा" को 47651 वोट हासिल हो सके थे, और वह 20708 वोटों से हार गए थे.
इसी तरह वर्ष 2013 में पन्ना विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी कुसुम सिंह महदेले को जीत हासिल हुई थी, और उन्होंने 54778 वोट हासिल किए थे. इस चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार लोधी महेंद्र पाल वर्मा को 25742 वोट मिल सके थे, और वह 29036 वोटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रहे थे.
इससे पहले, पन्ना विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी श्रीकांत दुबे ने कुल 22583 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, और बीजेपी उम्मीदवार कुसुम सिंह महदेले दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 22541 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, और वह 42 वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव हार गए थे.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में मध्य प्रदेश में 114 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में 109 सीटें आई थीं. बाद में कांग्रेस ने 121 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल के सामने पेश किया और कमलनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली. लेकिन डेढ़ साल में ही राज्य में नया राजनीतिक तूफ़ान खड़ा हो गया, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक 22 विधायकों के साथ BJP में शामिल हो गए. इससे BJP के पास बहुमत हो गया और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गए. हालांकि इसके बाद राज्य में 28 सीटों पर उपचुनाव हुए और BJP 19 सीट जीतकर मैजिक नंबर के पार जा पहुंची. फिलहाल शिवराज सिंह 18 साल की अपनी सरकार की एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अगला कार्यकाल हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं, और BJP ने अपने सारे दिग्गजों को मैदान में उतार दिया है. दूसरी तरफ, कांग्रेस एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर पर सवार होकर सत्ता पाने का सपना संजोए हुए है. पार्टी को लगता है कि उसके लिए इस बार संभावनाएं पहले से अच्छी हैं. अब कामयाबी किसे मिलती है, यह तो चुनाव परिणाम ही तय करेंगे.