
भिंड : मध्य प्रदेश के भिंड जिले के शिक्षा विभाग में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. यह घोटाला एक ऑडिट रिपोर्ट में उजागर हुआ है. शिक्षा विभाग के लोगों ने मिलकर मृत और स्थानांतरित कर्मचारियों के यूनिक कोड का इस्तेमाल कर उनके हाउस रेंट अलाउंस (HNA) का करीब एक करोड़ 12 लाख रुपए अपने परिजनों के खाते में ट्रांसफर कर लिया.
घोटाला सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर ने सिटी कोतवाली में एक तत्कालीन बीईओ, दो प्राचार्य, एक लेखपाल और दो बाबू सहित 6 लोगों पर मामला दर्ज कराया है. मामला दर्ज होने के बाद सभी कर्मचारी फरार बताए गए हैं.
कोष और लेखा अधिकारी को मिली थी शिकायतदरअसल ग्वालियर के संयुक्त संचालक के कोष एवं लेखा अधिकारी को घोटाले की शिकायत मिली थी. इस शिकायत के आधार पर जांच दल गठित कर मामले की जांच कराई गई, जिसमें पाया गया कि भिंड ब्लॉक के शिक्षा विभाग के पूर्व अधिकारी अंजन वाजपेयी ने यह पूरी गड़बड़ी की है. इस मामले में अंजन वाजपेयी के साथ शिक्षा विभाग के कई और अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल रहे हैं.

आरोपियों ने एक करोड़ 12 लाख रूपये अपने परिजनों के खातेमें ट्रांसफर कर लिए. FIR के बाद सभी आरोपी फरार हैं
एक करोड़ 12 लाख रुपए का है घपलाजांच में पता चला कि अंजन कुमार श्रीवास्तव ने मृत और स्थानांतरित कर्मचारियो के यूनिक कोड के आधार पर हाउस रेंट अलाउंस (HNA) के एक करोड़ 12 लाख रुपए अपने परिजनों और रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर लिए. यह राशि 28 मई 2018 से लेकर 2023 के बीच ट्रांसफर की गई है. इस पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी हरिभवन सिंह तोमर ने शहर के सिटी कोतवाली पहुंचकर 6 आरोपियों के खिलाफ शिकायती पत्र दिया है.
और नाम भी आ सकते हैं सामनेपुलिस ने तत्कालीन बीईओ, दो प्राचार्य एक लेखपाल और दो बाबुओं के खिलाफ IPC की धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120बी और IT एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. FIR के बाद सभी आरोपी स्कूल से फरार हो गए हैं. हालांकि घोटाले का खुलासा होने के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि इस मामले में और भी आरोपियों के नाम सामने आ सकते हैं जिनके भी नाम सामने आएंगे उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी.