
Nepal Government honoured 11 mountaineers : मध्य प्रदेश के बेटे देश समेत दुनिया में अपनी सफलता से देश का नाम रोशन कर रहे हैं. इस रेस में सतना जिला भी पीछे नहीं है. माउंट एवरेस्ट की चोटी पतह करके जिले के बेटों ने प्रदेश समेत देश का नाम रोशन किया है.
मिली जानकारी के अनुसार, माउंट एवरेस्ट पर सफल चढ़ाई की स्मृति में नेपाल सरकार द्वारा आयोजित एक समारोह में सतना के एवरेस्ट विजेता और विक्रम अवार्ड से सम्मानित रत्नेश पांडेय का सम्मान किया गया. यह सम्मान एवरेस्ट समिटर्स समिट के खास कार्यक्रम के दौरान नेपाल के पर्यटन, संस्कृति एवं नागरिक उड्डयन मंत्री बद्री प्रसाद पांडेय के द्वारा सम्मान प्रदान किया गया. इस अवसर पर सतना के ही एक अन्य एवरेस्ट विजेता आशीष सिंह भी सम्मान प्राप्त करने वालों में शामिल रहे.

एवरेस्ट समिटर्स समिट 27 मई को काठमांडू में संपन्न हुआ. जिसमें विश्व भर के 100 से अधिक एवरेस्ट विजेता पर्वतारोहियों ने भाग लिया. कार्यक्रम का आयोजन एवरेस्ट अलायंस नेपाल द्वारा किया गया था और यह अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस (29 मई) के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था. भारत से कुल 11 पर्वतारोहियों को सम्मानित किया गया, जिसमें रत्नेश पांडेय, आशीष सिंह, निशा कुमारी, अनुजा वैद्य, बलजीत कौर, सुविधा कडलाग, सूर्य प्रकाश, शैक हिमांशा, सत्यरूप सिद्धांत, ज्योति रातरे और अदिति का नाम शामिल है.
'हमें पर्वतों की देखभाल और संरक्षण की सामूहिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए'
इस अवसर पर नेपाल के पर्यटन मंत्री पांडेय ने कहा “नेपाल सरकार पर्वतीय पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्वतारोहियों की सुरक्षा और हिमालय की भावी पीढ़ियों के संरक्षण को लेकर भी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. हमें पर्वतों की देखभाल और संरक्षण की सामूहिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए.”
इन देशों के पर्वतारोही हुए शामिल
सम्मानित होने वाले पर्वतारोहियों में नेपाल, भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, सिंगापुर, फिलीपींस, फिलिस्तीन और यूनाइटेड किंगडम सहित कई अन्य देशों के पर्वतारोही शामिल थे. सभी को नेपाल सरकार द्वारा प्रशंसा-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस हर वर्ष 29 मई को मनाया जाता है, जो 1953 में न्यूजीलैंड के सर एडमंड हिलारी और नेपाल के तेनजिंग नोर्गे द्वारा एवरेस्ट की पहली सफल चढ़ाई की स्मृति में मनाया जाता है.
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