![नरेंद्र सिंह तोमर बने MP विधानसभा स्पीकर, केंद्र से राज्य में आकर लहराया जीत का झंडा नरेंद्र सिंह तोमर बने MP विधानसभा स्पीकर, केंद्र से राज्य में आकर लहराया जीत का झंडा](https://c.ndtvimg.com/2023-03/pcgqta3_narendra-singh-tomar-ani_625x300_21_March_23.jpg?downsize=773:435)
Narendra Singh Tomar : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सोमवार को बीजेपी विधायकों (BJP MLA) ने उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव (Mohan Yadav) को मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया. भोपाल में हुई विधायक दल की बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया. विधायकों ने डिप्टी सीएम के रूप में जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला के नाम पर मुहर लगाई. बीजेपी नेतृत्व ने केंद्रीय कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) को मध्य प्रदेश के चुनावी मैदान में उतारा था. पार्टी ने उन्हें दिमनी से टिकट दिया था जहां से नरेंद्र सिंह तोमर ने 24461 वोटों से जीत दर्ज की थी.
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नरेंद्र सिंह तोमर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है. पार्टी ने इस बार उन्हें केंद्र से राज्य में चुनाव लड़ने के लिए भेजा था. एक केंद्रीय मंत्री को विधानसभा चुनाव का टिकट देना, बीजेपी का 'मास्टरस्ट्रोक' माना जा रहा था जबकि कांग्रेस इसे सत्तारूढ़ दल की घबराहट बताती रही. पार्टी ने नरेंद्र सिंह तोमर को मुरैना जिले की दिमनी सीट से टिकट दिया और उन्होंने प्रचंड जीत हासिल की. नरेंद्र सिंह तोमर का नाम उन चेहरों में शामिल था जिनके सीएम बनने के कयास लगाए जा रहे थे.
साथी श्री @nstomar जी को मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने पर हार्दिक बधाई।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 11, 2023
आपका कुशल मार्गदर्शन व अनुभव निश्चय ही प्रदेश के विकास और जनहित के कार्यों को और अधिक गति देगा।
आपको पुनः हृदय से बधाई।
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नरेंद्र सिंह तोमर का सियासी सफर
मध्य प्रदेश की सियासत के लिए नरेंद्र सिंह तोमर कोई नया नाम नहीं हैं. 1998 से 2008 के बीच तोमर ग्वालियर से विधायक रह चुके हैं. 2009 में वह राज्यसभा सांसद बने और केंद्रीय राजनीति में चले गए. 2009 में ही उन्हें मुरैना से लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा गया जहां उन्होंने जीत हासिल की. 2014 में वह ग्वालियर और 2019 में फिर मुरैना से सांसद बने. तोमर पीएम मोदी के दोनों कैबिनेट में अहम पदों पर रह चुके हैं.