PM Modi Oath-Taking Ceremony live: पीएम मोदी की तीसरी कैबिनेट में गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शपथ ग्रहण कर ली है. इस खास मौके पर हम आपको बता रहे हैं कि बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का सियासी सफर कैसा रहा है. बता दें कि 1998 के लोकसभा चुनाव में गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी कोई और नहीं, बल्कि खुद वर्तमान में संसदीय क्षेत्र से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया थे. तब कौन जानता था कि अनहोनी इंतजार कर रही है और 2000 में हुए एक विमान दुर्घटना के दौरान माधवराव सिंधिया की अचानक मौत हो गई. ग्वालियर चंबल संभाग के साथ देशभर के लिए ये समाचार हतप्रभ करने वाला था.
2002 में पहली बार सांसद चुने गए थे सिंधिया..
पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए ज्योतिरादित्य गुना संसदीय क्षेत्र से होने वाले उप चुनाव में गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से पहली बार सन 2002 में सांसद चुने गए. इसके बाद कई जीत दर्ज की. लेकिन 2019 में वह हार गए. अब उन्होंने भाजपा के टिकट पर एक बार फिर से जीत दर्ज की है.
2019 के लोकसभा चुनाव में लगा था बड़ा झटका
15वीं लोकसभा में मनमोहन सिंह सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में मंत्री बने. राजनीतिक सफर संघर्ष और उठा-पठक के साथ अनिश्चितताओं का खेल है. राजनीतिक ऊंट कब किस ओर करवट बैठता है, कोई नहीं जानता. इसी तरह का राजनीतिक खेल ग्वालियर राजघराने के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया के जीवन में भी सामने आया. जब वह मोदी लहर के दौरान 2019 का चुनाव भाजपा प्रत्याशी केपी यादव से 1 लाख से भी ज्यादा वोटों से हार गए.
इस वजह से कांग्रेस को कहा-अलविदा..
उनके हाथ से एक तरफ लोकसभा सीट चली गई थी. वहीं, कांग्रेस नेताओं ने भी उनको षड्यंत्रों के जाल में घेरकर गुटबाजी का शिकार बना दिया था. 2019 का यह वक्त ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए न केवल राजनीतिक रूप से बड़ी उथल-पुथल का समय था. यही वजह रही के 2020 में उन्होंने राजनीतिक रूप से करवट ली. फिर भाजपा का दामन थाम कर प्रदेश में बनी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को जमीन पर लाकर अपने राजनीतिक अध्याय की एक अलग शुरुआत की.
541000 वोटों से जीत का परचम लहराया
बीजेपी के साथ मिलकर खुद राज्यसभा में सांसद बने और फिर केंद्र सरकार में मोदी मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्री के रूप में नागरिक एवं उड्डयन मंत्रालय के साथ अतिरिक्त रूप से इस्पात मंत्रालय का प्रभार संभाला. 2024 में लोकसभा क्षेत्र गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से वह पहली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और यहां से उन्होंने प्रचंड जीत हासिल करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी राव यादवेंद्र सिंह यादव के खिलाफ 541000 वोटों से जीत हासिल की.
मोदी मंत्रिमंडल में फिर एक बार बड़ी जिम्मेदारी!
MP Jyotiraditya Scindia
प्रधानमंत्री के साथ नजदीकी और अपने काम में कुशल माने जाने वाले बेदाग छवि के राजनेताओं में शुमार किए जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का 2024 के मोदी मंत्रिमंडल में एक बार फिर से शामिल किया गया है. माना यह भी जा रहा है कि उन्हें इस मंत्रिमंडल में पीएम मोदी बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं. अगर विभागों को लेकर अटकलों की बात करें, तो उन्हें फिर से नागरिक एवं उड्डयन मंत्रालय मिलने की संभावनाएं जताई जा रही है. वहीं, इस बार रेल मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी जा सकती है. अपनी कार्यकुशलता से मोदी का दिल जीतने वाले सिंधिया को मोदी सरकार में वाणिज्य एवं भारी उद्योग मंत्रालय मिलने की भी चर्चा है.
तीसरी बार मंत्रिमंडल में शामिल
Jyotiraditya Scindia
गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से सिंधिया राजघराने के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं. जब पहले 15वीं, लोकसभा में मनमोहन सिंह सरकार के दौरान वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री रह चुके हैं. वहीं, अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान वह मोदी सरकार में नागरिक एवं उड्डयन मंत्रालय के मंत्री होने के साथ इस्पात मंत्री का भी प्रभार संभाल चुके हैं,
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