Madhya Pradesh : मऊगंज के विधायक प्रदीप पटेल ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपने शरीर के देहदान का फॉर्म भर दिया है. इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि मैंने ये कदम अपने पिता से प्रेरणा लेते हुए उठाया है, जिन्होंने भी अपनी मृत्यु के बाद अपना शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया था. प्रदीप पटेल ने रीवा के संजय गांधी अस्पताल पहुंचकर देहदान की प्रक्रिया पूरी की और मेडिकल कॉलेज के डीन सुनील अग्रवाल को फॉर्म सौंप दिया. विधायक प्रदीप पटेल ने बताया कि उनके पिता हमेशा कहते थे कि जीवन के बाद शरीर को दान करना चाहिए ताकि यह किसी के काम आ सके. पिता की इसी बात से प्रेरित होकर उन्होंने भी अपना शरीर चिकित्सा में शोध के लिए दान करने का फैसला किया. उन्होंने कहा, "मरने के बाद भी यह शरीर अगर किसी के काम आ सके, तो इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती. "
विधायक ने कहा- मेरी ज़िंदगी का भरोसा नहीं
प्रदीप पटेल ने यह भी बताया कि उनके जीवन पर तीन बार हमले हो चुके हैं. ऐसे में उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं. उन्होंने कहा, "जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है, इसलिए समय रहते जो भी जरूरी काम है, उसे कर लेना चाहिए. " अब विधायक का यह कदम आस-पास ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश भर में सुर्खियों में बना हुआ है.
फैसले पर क्या बोले मेडिकल कॉलेज के डीन ?
मेडिकल कॉलेज के डीन सुनील अग्रवाल ने विधायक के इस कदम की सराहना की. उन्होंने कहा कि जब कोई जनप्रतिनिधि देहदान जैसा काम करता है तो इससे समाज के अन्य लोग भी प्रेरणा लेते हैं. उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिक्षा के लिए शरीरों की बहुत आवश्यकता होती है और ऐसे दान से मेडिकल छात्रों को पढ़ाई और रिसर्च में मदद मिलती है.
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ASP पर आरोप लगाकर फैला दी थी सनसनी
विधायक प्रदीप पटेल पिछले कुछ समय से लगातार अपने कदमों को लेकर चर्चा में हैं. हाल ही में उन्होंने रीवा IG और मऊगंज के ASP पर शराब माफिया को बचाने का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा में लगे गार्ड्स को भी वापस कर दिया था. अब देहदान का फॉर्म भरने के उनके इस कदम ने एक बार फिर उन्हें चर्चा में ला दिया है.
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