Madhya Pradesh High Court News: हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ (Madhya Pradesh High Court Gwalior Bench) में एक रोचक मामला सामने आया है. मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) में प्रधान आरक्षक (Head Constable) के पद पर पदस्थ शख्स के परिजनों ने हाई कोर्ट (High Court) में एक याचिका दायर कर कहा था कि उनके परिवार के राजकुमार मिश्रा MP पुलिस में प्रधान आरक्षक हैं, लेकिन वह लंबे समय से न घर आए हैं और न ही ड्यूटी (Duty) पर पहुंचे हैं और तो और पुलिस उन्हें ढूंढने की कोशिश भी नहीं कर रही है. वहीं उच्च न्यायालय के आदेश (High Court Order) के बाद पुलिस (Police) ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि लापता हेड कांस्टेबल कहीं गायब नहीं हुआ है, बल्कि वह साधु बन गया है और भगवान के एक मंदिर (Mandir) में रहकर भजन (Bhajan) पूजन (Puja) कर रहा है.
अब विस्तार से जानिए क्या है पूरा मामला?
ग्वालियर जिले के डबरा कस्बे के निवासी राजकुमार मिश्रा मध्य प्रदेश पुलिस में प्रधान आरक्षक हैं और लंबे समय से वह दतिया जिले के थरेट थाने में पदस्थ हैं. 1 मई 2022 को वह घर से ड्यूटी पर जाने के लिए निकले थे, उसके बाद से उनके बारे में कोई खबर नहीं मिली थी. ना तो वह ड्यूटी पर पहुंचे और ना ही घर लौट कर आए. इससे परेशान होकर उनके परिवार के लोगों ने पहले दतिया (Datia SP) के पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) को जानकारी दी और गुहार लगाई कि उनके पति का पता लगाया जाए.
कोर्ट में प्रस्तुत की गई यह रिपोर्ट
इस याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने दतिया पुलिस (Datia Police) को नोटिस (Notice) दिए और लापता राजकुमार मिश्रा को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा. इसके बाद दतिया पुलिस ने अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेश शुक्ला के माध्यम से हाई कोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में रिपोर्ट प्रस्तुत की.
पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया कि बिना बताए ड्यूटी से गायब होने के कारण उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है. इस जवाब से संतुष्ट होकर उच्च न्यायालय ने राजकुमार की पत्नी की याचिका का निपटारा कर दिया.
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