CM Mohan Yadav in Patna Bihar: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (Dr Mohan Yadav) गुरुवार को बिहार के पटना दौरे पर थे. पटना में श्रीकृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा आयोजित 'अभिनंदन समारोह' में सीएम मोहन यादव ने अपनी बात रखी. पटना दौरे में मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने मंच से यादव समाज को साधने का प्रयास किया, उन्होंने अपने पूरे भाषण के दौरान श्रीकृष्ण और गाय पर बात रखी. वहीं अभिनंदन समारोह के बाद सीएम मोहन यादव इस्कॉन मंदिर पहुंचे इसके साथ ही बिहार के प्रसिद्ध स्थानीय व्यंजन लिट्टी चोखा का भी स्वाद लिया.
"कृष्णं वंदे जगद्गुरुम्"
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 18, 2024
मैं बाबा महाकाल की पावन नगरी उज्जैन और माँ क्षिप्रा के तट से यहां आकर माँ गंगा के तटवासियों को प्रणाम करता हूं।
पटना की धरती गौरवशाली इतिहास और जीवंत संस्कृति का अनूठा उदाहरण है।
हमारे आराध्य भगवान श्री कृष्ण ने गीता के माध्यम से जो उपदेश दिए हैं, वो… pic.twitter.com/v3ATy1hqSU
पहले देखिए सीएम मोहन यादव ने मंच से क्या-क्या कहा?
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद उन्होंने आम जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया है. नागरिकों के लिए विभिन्न सुविधाओं का विकास कर उनके जीवन को सहज, सरल बनाने के साथ ही दूसरी महत्वपूर्ण प्राथमिकता उन महापुरूषों के योगदान से नई पीढ़ी को अवगत करवाने का कार्य भी करना है, जिससे भारतीय समाज को संस्कार मिले. भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के प्रसंगों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की पहल के साथ ही नई शिक्षा नीति में सनातन संस्कृति का पाठ्यक्रमों में समावेश हमारा संकल्प है. मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सांदीपनी आश्रम उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी. मध्यप्रदेश में जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है.
हजारों साल से मध्यप्रदेश और बिहार का रिश्ता है : मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि माता सीता की जन्मस्थली बिहार आकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं. ऐसी पवित्र धरती को मैं प्रणाम करता हूं. यह भगवान महावीर स्वामी जी की धरती है, जिससे बिहार की पहचान है. साथ ही सम्राट अशोक की भी धरती है. सम्राट अशोक का मध्यप्रदेश उज्जैन से खासतौर पर अलग तरह का रिश्ता रहा है. हजारों साल से मध्यप्रदेश और बिहार का रिश्ता है. प्राचीन काल से मध्यप्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी.
सीएम ने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण हैं जिन्होंने आगे बढ़कर शिक्षा को महत्ता दी. भगवान श्री कृष्ण की विद्यार्थी के नाते भी पहचान है. उज्जैन में भगवान श्री कृष्ण ने 5 हजार साल पहले 14 विद्या और 64 कलाओं और चारों वेद का ज्ञान अर्जित किया. भगवान श्री कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण के पश्चात् पूरी शिक्षा का सार और कर्म का ज्ञान गीता के माध्यम से बताया. गीता जो दुनिया में पवित्रतम ग्रंथों में शामिल है. गीता आज भी सबका मार्ग दर्शन करती है. कोई भी क्रांतिकारी हो, आजादी के सिपाही हो, अगर गीता नहीं पढ़ी, तो उसका जीवन अधूरा है. जीवन के किसी मार्ग पर जिसने भी बड़ा संकल्प लिया गीता हमेशा उसका पाथेय बनकर मार्गदर्शन करती रही है.
मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि मैं क्षिप्रा के तट से आकर गंगा के तटवासियों को प्रणाम करके उसका स्पंदन और आनंद महसूस कर रहा हूं. आज के इस दौर में लोकतंत्र को जिंदा रखने में हमारे समाज की भूमिका बहुत बड़ी है. हमें प्रदेश और देश की सेवा के साथ-साथ भारत का मान दुनिया में बढ़े उस दिशा में हमें आगे बढ़ने की आवश्यकता है. यही तो हम हजारों से साल से करते आए हैं और यही हमारा कर्तव्य भी है. परमात्मा ने हमें जहां जिस जगह जन्म दिया है एक अनूठा संयोग हमारे साथ जुड़ता है.
गाय और गोपाल को लेकर यह कहा
सीएम मोहन यादव ने कहा कि परमात्मा से, प्रकृति से प्रेम करने का उदाहरण अगर कहीं दिखाई देता है तो निश्चित रूप से वह सर्वाधिक यादव समाज से दिखाई देता है, जो गौपालन के माध्यम से अपना जीवन चलाते हैं. परमात्मा के माध्यम से प्रकृति प्रेम को भी दिखाते हैं. जो प्रकृति से प्रेम करता है, जो जीव मात्र से प्रेम करता है, वो ही तो गोपाल हो सकता है. इसके अलावा कौन गोपाल होता है, गोपाल वो नहीं होते, दुनिया में कई देश है हमारे अलावा, अमेरिका, इंग्लैंड में भी गाय माता बहुत सारे लोग पालते हैं, लेकिन उनके पालने के तरीके और हमारे पालने के तरीके में काफी अंतर है. हम अशक्त और बीमार गायों की देखभाल भी करते हैं. उनके हाल पर नहीं छोड़ देते. हम गाय माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास देखते हैं. गायों में माँ का स्वरूप भी देखते हैं. गौ-माता का वास्तविक सम्मान हमारे देश की संस्कृति है.
आज पटना प्रवास के दौरान बिहार के स्थानीय व्यंजन लिट्टी-चोखा एवं दही-चूड़ा के साथ कई अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठाया... pic.twitter.com/WBX9KYRq4g
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 18, 2024
लिट्टी-चोखा और दही-चूड़ा का आनंद
सीएम मोहन यादव ने पटना प्रवास के दौरान बिहार के स्थानीय व्यंजन लिट्टी-चोखा एवं दही-चूड़ा के साथ कई अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद भी उठाया.
इस्कॉन मंदिर भी पहुंचे
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बिहार के पटना स्थित इस्कॉन मंदिर भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि मंदिर में पूजा-अर्जना कर सभी प्रदेश एवं देशवासियों की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की है. आप सभी पर श्री बांके बिहारी लाल जी की कृपा की वर्षा अनवरत होती रहे, सबका मंगल एवं कल्याण हो, यही प्रार्थना करता हूं. राधे-राधे.
आज बिहार के पटना स्थित इस्कॉन मंदिर में पूजा-अर्जना कर सभी प्रदेश एवं देशवासियों की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 18, 2024
आप सभी पर श्री बांके बिहारी लाल जी की कृपा की वर्षा अनवरत होती रहे, सबका मंगल एवं कल्याण हो, यही प्रार्थना करता हूं।
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सीएम ने कहा पटना की धरती गौरवशाली इतिहास और जीवंत संस्कृति का अनूठा उदाहरण है. मैं बाबा महाकाल की पावन नगरी उज्जैन और माँ क्षिप्रा के तट से यहां आकर माँ गंगा के तटवासियों को प्रणाम करता हूं. ऐतिहासिक भूमि पटना में आज श्री कृष्ण चेतना विचार मंच ने मुझे जो सम्मान दिया है, उसने मेरे सेवा के संकल्प को और दृढ़ किया है; मैं इस सम्मान के लिए हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं.
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