Garlic Prices Increased: अब तक फसलों की सुरक्षा (Crop Protection) के लिए आपने खेतों में पुतले लगे देखे होंगे या डॉग और किसानों को खुद गुलेल आदि लेकर सुरक्षा करते देखा होगा, लेकिन इस बार जिस तरह से लहसुन के भाव (Garlic Price) 20 हजार रूपए क्विंटल तक पहुंच गए, उसको देखते हुए किसान खेतों में सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) लगवाने के साथ-साथ बंदूक (Gun) लेकर खुद सुरक्षा करते नजर आ रहे है. ऐसा ही नजर उज्जैन (Ujjain) के मंगलौरा गांव में दिखाई दिया. जहां एक ओर जहां लहसुन के भाव बढ़ने से किसान खुश हैं तो वहीं दूसरी ओर उनमें फसल चोरी होने का डर और चिंता बढ़ गई है. यही वजह हैं कि ग्राम मंगरोला में कई किसानों ने अपने खेतो में सूखने के लिए रखी लहुसन चोरी न हो जाए इसके लिए सीसीटीवी लगवा लिए हैं. वहीं सुरक्षा के लिए खुद बंदूक के साथ भी फसल की सुरक्षा कर रहे है.
जानिए क्या कहते हैं किसान?
मंगरोला के किसान जीवन सिंह ने बताया कि दो बीघा खेत में करीब 50 किवंटल लहसुन की पैदावार हुई है. लहसुन गीली होने से करीब 15 दिन तक सूखने के लिए खेतो में रखनी पड़ेगी. आसपास के गांवों से फसल चोरी की खबर आने के बाद फसल की सुरक्षा के लिए खेत में दो सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही बन्दूक का सहारा लिया है. रात में निगरानी के लिए चौकीदार और दो कुत्ते भी रखे हुए है. जो 24 घंटे खेतों पर ही रहते हैं.
पिछले साल से 4 गुना बढ़े भाव
किसान भरत सिंह बैस ने बताया कि उज्जैन, बड़नगर, घट्टिया, नागदा और खाचरोद में लहसुन की करीब 1000 हेक्टयेर में पैदावार होती है. अभी अधिकांश खेतों में गीली फसल सूखने के लिए रखी है. ऐसे में चोरी होने के डर से हमने सीसीटीवी और चौकीदार को भी लगाया है. पिछले वर्ष मार्च से मई माह में लहसुन 5 से 14 हजार रुपए क्विंटल बिकी थी जबकि इस बार 20 हजार रुपए किवंटल तक भाव है.
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