
Madhya Pradesh News: ग्वालियर जिले में किसानों से ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है. बताया जाता है कि यह ठगी फर्जी व्यापारियों ने की है. दरअसल, यहां व्यापारी बनकर आए कुछ ठगों ने गांव-गांव घूमकर किसानों की धान खरीदी की, लेकिन जब भुगतान का समय आया, तो वे रातों रात रफू चक्कर हो गए. दर्जनों किसान इस धोखेबाजी के शिकार हो चुके हैं. पीड़ित किसानों ने मामले की शिकायत पुलिस (MP Police) से की है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि यहां लगभग 25 लाख की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है.
ऐसे की किसानों से ठगी
यह मामला जिले के भितरवार इलाके में उजागर हुआ है. इस इलाके में धान की फसल खूब होती है और व्यापारी यहां सीधे धान खरीदने आते हैं. इस बार भी किसानों के पास कुछ व्यापारी गाड़ियों से पहुंचे, लेकिन किसान समझ नहीं पाए कि ये व्यापारियों के भेष में ठग है. ठगी के शिकार एक किसान अनिल बाथम ने बताया कि धान खरीदी के लिए गाड़ियों से कुछ व्यापारी उनके क्षेत्र में आए थे. उन्होंने अपने को झांसी और दतिया का व्यापारी बताया. व्यापारियों ने राजन के मंदिर पर अपना फड़ लगाया. वहीं, धान की तुलाई करके ट्रकों से लादकर माल भेज दिया और 15 दिन बाद भुगतान के लिए आने की बात कहकर चले गए. लेकिन ये लोग दोबारा लौटकर नहीं आए. एक और किसान अरविंद सिंह राणा ने बताया कि कुछ व्यापारियों ने उनकी फसल की खरीदी की. इस दौरान तकरीबन 25 किसानों ने अपनी फसलें व्यापारियों को बेची थी, लेकिन फसल के पैसे अदा किए बिना ही ये व्यापारी भाग गए.
24 किसानों से 25 लाख की ठगी
इस मामले में अब तक सिर्फ किठौन्दा गांव के ही 24 पीड़ित किसान सामने आए हैं, जिनसे उन फर्जी व्यापारियों ने धान खरीदी की और फिर और भाग गए. इनको लोगों को लगभग 25 लाख रुपए का चूना लगाने का मामला सामने आया है.
पुलिस ने नहीं की समय पर मदद
पीड़ित किसानों की शिकायत है कि पुलिस ने समय पर हम लोगों की मदद नहीं की. किसानों ने बताया कि ग्रामीणों ने उसी समय थाने पहुंचकर शिकायत की थी कि व्यापारियों ने उनकी धान खरीदी की, लेकिन फसल का पैसा चुकाए बिना ही भाग गए. इस मामले में पीड़ित किसानों ने आवेदन देकर भितरवार थाने में शिकायत भी की थी. उनका आरोप है कि पुलिस ने पहले उनकी कुछ गाड़ियां जप्त कर ली थी और थाने में रखवा दी गई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद उनकी गाड़ियां छोड़ दी गई. किसानों का आरोप है कि पुलिस वालों की इस हरकत की वजह से उन्हें न्याय नहीं मिला.
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अब पुलिस ने किया केस दर्ज
पीड़ित किसान जब इकट्ठे होकर भितरवार थाना पहुंचे और पुलिस पर दबाव बनाया, तो पुलिस ने पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का आपराधिक केस दर्ज कर लिया है . एडिशनल एसपी देहात निरंजन शर्मा ने बताया कि इस मामले में लगभग 23 लाख रुपये की धान खरीदी कुछ समय पूर्व की गई थी, लेकिन उन्हें भुगतान नहीं किया गया था. किसानों के आवेदन पर पुलिस ने भितरवार थाने में केस दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है. सभी आरोपी झांसी और दतिया जिले के हैं.
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