Madhya Pradesh Assembly Election 2023: सीहोर जिले के जहाजपुर (Jahazpur) में रविवार को एक अलग ही अलग ही नजारा दिखाई दिया. मुख्यमंत्री से मिलने एक बुजुर्ग महिला आई, जिसका नाम जमुना बाई (Jamuna Bai) था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने जमुना बाई को देखते ही उनके चरण स्पर्श कर उन्हें गले से लगा लिया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि जब वे पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे थे तो जमुना भाई ने उन्हें आशीर्वाद दिया था और चुनाव लड़ने के लिए दो रुपए भी दिए थे.
मुख्यमंत्री ने जमुना बाई का किया सम्मान
एक बार फिर से मुख्यमंत्री चौहान ने जमुना बाई के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. जमुना बाई ने भी मुख्यमंत्री को भरपूर आशीर्वाद दिया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी यादों को ताजा करते हुए बताया कि जब वह 1990 में बुधनी से पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे, तब जमुना बाई ने उन्हें खूब आशीर्वाद दिया था. इसके साथ ही उन्हें 2 रुपये की राशि देकर कहा था कि तुम चुनाव लड़ा और खूब आगे बढ़ो. जमुना बाई को गले लगा कर उनसे मुख्यमंत्री के इस तरह आशीर्वाद लेता देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री चौहान ने जमुना बाई को शॉल श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में लोगों से कहा कि वे बुधनी वालों के लिए मुख्यमंत्री नहीं, भैया और मामा हैं. जहाजपुर वालों के आग्रह पर वे आज उनके बीच पहुंचे थे.
मुख्यमंत्री के रूप में किए गए कामों को किया याद
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा प्रदेशवासियों से अद्भुत रिश्ता है. बहनों की जिंदगी बदलना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर इंतजाम, युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने की व्यवस्था, बीमारी में इलाज की व्यवस्था और हर संभव सहायता, वरिष्ठजनों की तीर्थ यात्रा का इंतजाम, किसानों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दिलाना, उनके लिए समय पर खाद की व्यवस्था और हर गरीब के रहने के लिए जमीन के पट्टे की व्यवस्था करना मेरे लिए महत्वपूर्ण रहा. इसके आगे उन्होंने कहा कि मैं चैन की नींद लेने मुख्यमंत्री नहीं बना था. मैंने कभी भी चौबीस घंटे में चार घंटे से ज्यादा नींद नहीं ली. जनता की जिंदगी बदलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है. ये बाते मुख्यमंत्री ने सीहोर जिले के गांव जहाजपुर (बुधनी) में जन संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.
ग्रामीण विकास से जुड़े निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन
यहां मुख्यमंत्री चौहान ने दस करोड़ से अधिक के निर्माण और विकास कार्यों का भूमिपूजन भी किया. इसके अंतर्गत ग्राम बायां में दो सामुदायिक भवनों और दो करोड़ 49 लाख की लागत से बनने वाले रिटेनिंग वॉल, मट्ठा गांव में पंचायत भवन, मांगलिक भवन, ग्राम मदरानपुर में मांगलिक भवन और मछुआरा भवन तथा शिव मंदिर के समीप सामुदायिक भवन व जनोपयोगी सुविधाओं के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया. इसके साथ ही ग्राम नीम खेड़ी में सामुदायिक भवन, ग्राम फुलाड़ा और मोगरा में आंगनवाड़ी भवन, ग्राम भड़कुल में पंचायत भवन, सलकनपुर में कोरकू समुदाय के लिए सामुदायिक भवन के अलावा जहाजपुर में मांगलिक भवन का भूमिपूजन किया. मुख्यमंत्री क्षेत्र के विभिन्न गांव में सड़क निर्माण, स्ट्रीट लाइट व्यवस्था, स्वच्छता संबंधित अधोसंरचना निर्माण सहित अन्य कार्यों का भूमिपूजन भी किया.
'लाडली बहना योजना की राशि बढाकर करेंगे 3000'
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहन-बेटियों को सशक्त करने के लिए ही लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह योजना जैसी योजनाएं संचालित की गईं. लाडली बहना योजना भी बहनों का मान-सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से आरंभ की गई है. बहनों को पैसे के लिए किसी के सामने हाथ फैलाने न पड़ें. वे आत्मनिर्भर हों, इस उद्देश्य से ही प्रतिमाह एक हजार रुपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है, जिसे इस माह से बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया गयाहै. उन्होंने कहा कि क्रमबद्ध रूप से राशि बढ़ाते हुए बहनों को प्रतिमाह तीन हजार रुपए दिए जाएंगे.
ये भी पढ़ें- Ujjain: परिवार के साथ महाकाल के दरबार में पहुंचे अनिल अंबानी, गर्भ गृह में प्रवेश पर उठे ये सवाल
राज्य की तस्वीर बदलने का दिखाया सपना
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गरीब और किसान के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों जैसी शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सीएम राइज स्कूल बनाए जा रहे हैं. पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उन्हें राशि के साथ-साथ साइकिल, लैपटॉप, स्कूटी आदि देने की व्यवस्था भी की गई है. विद्यार्थियों द्वारा मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश लेने पर उनकी फीस राज्य सरकार द्वारा भरवाई जाएगी. हर गरीब का अपना घर हो,यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री भू-आवासीय योजना के तहत पट्टे उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है. हमने गरीब किसान को उनका हक दिया है, प्रदेश में सेवा का यज्ञ चल रहा है. कार्यक्रम को सांसद रमाकांत भार्गव ने भी संबोधित किया.