
MP Budget Session: मध्य प्रदेश की विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान मंगलवार को विपक्ष ने वॉक आउट किया. इस दौरान राज्यपाल के अधिवेशन पर चर्चा हो रही थी. सदन में बीजेपी के मंत्री विधायक बैठे रहे. विपक्षी के विधायकों ने सदन के बाहर आकर जमकर हंगामा किया. इस दौरान भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों के नदारत होने पर आपत्ति जताई.
विपक्ष ने कहा कि अधिकारियों को सदन की गंभीरता नहीं है. प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी सदन से गायब हैं, जबकि हर विभाग के प्रमुख सचिव को बैठना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोकतंत्र की भाजपा सरकार हत्या कर रही है.
भाजपा विधायक ने ही सरकार से पूछे सवाल
बजट सत्र में बीजेपी विधायकों ने ही अपनी सरकार के सामने मुश्किल खड़ी कर दी. सदन में उन्होंने पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अजय विश्नोई के ध्यानाकर्षण में धान खरीदी में हुई गड़बड़ी को लेकर सरकार से सवाल पूछा. विश्नोई के सुर में सुर मिलाते हुए वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव ने कहा कि गड़बड़ी होती है. सरकार ठीक करेगी, कई स्थानों पर गड़बड़ी हुई है और मैंने सुझाव दिया है. धान और उपार्जन को लेकर धान उठाने की पर्ची कटती है, ट्रांसपोर्ट का चार्ज दिया जाता है, लेकिन धान नहीं उठाया जाता है. बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हो रही है.
उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों के कारण समितियां डिफॉल्टर हुईं, उन कर्मचारियों को दूसरी खरीदी में लगा दिया जाता है. उन्होंने धान खरीदी की जिम्मेदारी स्व सहायता समूह की बहनों को दिए जाने की वकालत की. इस पूरे मामले में अपनों से घिरी सरकार की ओर से मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रदेश में सदन के अंदर कोई किसी को नहीं घेरता, अब जनता के मुद्दे उठते हैं. गड़बड़ी का मामला निकल कर सामने आया है और सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. करवाई भी की जा रही है.