
Barwani News : 'ऐसी नौकरी से अच्छा है मजदूरी करना क्योंकि मजदूरी में डेली पैसे मिल जाते हैं लेकिन इस नौकरी में तो दो-दो महीनों वेतन नहीं मिलता है जिससे हम लोगों को घर चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है', यह कहना है बड़वानी की मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का. इन कार्यकर्ताओं को सिर्फ 5000 रुपए महीना मिलते हैं और काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बराबर रहता है. इसके साथ ही अन्य काम भी प्रशासन इन्हें सौंप देता है.
ऐसे में महिला बाल विकास के अंतर्गत मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विगत दो माह से मानदेय का भुगतान नहीं किए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को ज्ञापन लेकर जिला क्लेट्रेट कार्यालय पहुंची और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.
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शासन की योजनाओं को सफल बनाने वाली खुद मुसीबत में
शासन की विभिन्न योजनाओं को आमजन के बीच रहकर सफल बनाने में भरपूर प्रयास करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आज अपनी समस्याओं से जूझ रही हैं. विगत दो माह से मानदेय का भुगतान नहीं किए जाने पर समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पैदल मार्च कर हाथों में बैनर लिए ज्ञापन के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंची और शासन स्तर पर अपनी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की.
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पूर्ण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दर्जे की मांग
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शालिनी का कहना है कि समय सीमा में कार्यकर्ताओं का मानदेय जमा किया जाए. वर्तमान में समय सीमा में मानदेय जमा नहीं हो रहा है जिसकी वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्ण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का दर्जा दिया जाए. हालांकि पूर्व में भी ये कार्यकर्ता आवेदन कर हड़ताल के माध्यम से शासन स्तर तक कई बार इन मांगों को उठा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी शासन का कभी ध्यान इस ओर नहीं गया.