
Raja Raghuvanshi murder: राजा रघुवंशी मर्डर केस में हर गुजरते वक्त के साथ नए खुलासे हो रहे हैं. मेघालय पुलिस ने 'ऑपरेशन हनीमून' के तहत इस केस की कई परतें खोली हैं. जिससे पता चलता है कि सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा कितने क्रूर और शातिर हैं. इसमें सबसे चौंकाने वाली बात जो पता चली है उसके मुताबिक सोनम शिलांग से यूपी के गाजीपुर नहीं आई थी बल्कि वो 23 मई को गुवाहटी से इंदौर के लिए निकली और 25 मई को इंदौर आई. यहां वो अपने प्रेमी राज कुशवाहा से मिली. राज ने उसे उस दिन इंदौर में ही किराए के मकान में ठहराया. अगले दिन कार से यूपी रवाना कर दिया...हालांकि आगे बढ़ने से पहले बता दें कि इंदौर पुलिस ने सोनम के इंदौर आने और एक दिन ठहरने की बात से इनकार किया है. बहरहाल क्या है 'ऑपरेशन हनीमून' के खुलासे जानिए इस रिपोर्ट में.
42 CCTV फुटेज से जोड़ी कड़ियां
दरअसल सोनम रघुवंशी के साथ-साथ इस हत्याकांड में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मेघालय पुलिस सूत्रों के हवाले से 'ऑपरेशन हनीमून' की बातें सामने आई हैं. इस केस को सॉल्व करने के लिए मेघालय पुलिस ने एक टीम बनाई थी. जिसमें 120 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ 20 स्पेशल अधिकारी भी शामिल थे. इस टीम ने जांच के दौरान 42 CCTV फुटेज प्राप्त किए जिससे पूरी वारदात की कड़ियां जुड़ीं.
रेनकोट और CCTV फुटेज से खुले राज?
बताया जा रहा है कि मेघालय पुलिस को तीन और चार जून को ही सोनम के हत्या में शामिल होने के बारे में पता चल गया था. क्योंकि मौके से जो जैकेट मिली थी वो हत्यारे आकाश की थी और वहीं जो रेनकोट मिली थी वो सोनम की थी. सोनम ने ही ये रेनकोट आकाश को दिया था जो दाग लगने की वजह से आकाश ने मौके पर ही फेंक दिया था. इसके अलावा- हत्या के बाद सोनम क्राइम सीन से 10 किलोमीटर दूर तीनों आरोपियों के साथ बातचीत करते हुए CCTV में कैद हुई थी.
सोशल मीडिया पोस्ट से शक गहराया
बताया जा रहा है कि राजा रघुवंशी पर पहला वार विशाल ने किया था. इसके बाद आकाश ने भी राजा पर वार किए. तब सोनम ने उन्हें कहा था- इसे मार डालो. ये भी कहा जा रहा है कि राजा रघुवंशी को खाई में धक्का देने में सोनम भी शामिल थी, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
मेघालय पुलिस के मुताबिक ये जांच को भटकाने की साजिश थी. ये पोस्ट उसने यह दिखाने के लिए किया था ताकि परिवार के लोग समझें कि राजा रघुवंशी अभी जिंदा है.
हत्या के बाद सोनम इंदौर क्यों आई?
गाजीपुर में सरेंडर करने के बाद सोनम ने बताया था कि उसे नशीला पदार्थ खिलाकर मेघालय से यूपी के गाजीपुर लाया गया लेकिन पुलिस के मुताबिक ये सरासर झूठ है. हत्या के बाद 23 मई को ही सोनम शिलांग से गुवाहटी गई और फिर वहां से इंदौर के लिए ट्रेन पकड़ी. 25 मई को वो इंदौर पहुंची. यहां वो सीधे राज कुशवाहा से मिली. राज ने उस रात उसे इंदौर में ही एक किराए के कमरे में ठहराया. इसके बाद अगले दिन राज ने एक ड्राइवर के साथ सोनम को कार से यूपी भेज दिया. जहां वो अलग-अलग लोकेशन पर रही. दूसरी तरफ इंदौर में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दबाव बढ़ने लगा था. ऐसे में ये दावा किया जा रहा है कि सोनम ने भी पुलिस के पास जाने का फैसला किया. वो वाराणसी से गाजीपुर पहुंची और खुद को ड्रग्स दिए जाने और दूसरी बातों का दावा किया.
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