
Mauganj violence: मध्य प्रदेश के मऊगंज में हुई हिंसा के मामले में अब तक 38 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं रीवा रेंज के आईजी गौरव राजपूत ने पदभार ग्रहण करने के बाद हिंसा प्रभावित गडरा गांव का दौरा किया. उन्होंने सबसे पहले वीरगति को प्राप्त पुलिस जवान रामचरण गौतम को श्रद्धांजलि अर्पित की.
आईजी गौरव राजपूत ने घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाएं दुर्लभ हैं लेकिन इस घटना में शहीद हुए जवान ने अद्वितीय वीरता का परिचय दिया. उन्होंने कहा, "पुलिस बल ने पूरी निष्ठा से अपना कार्य किया लेकिन यदि टीम थोड़ी जल्दी पहुंच जाती तो शायद यह घटना टाली जा सकती थी."
आईजी ने बताया कि मामले में दो अपराध दर्ज किए गए हैं और अब तक 38 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस प्रशासन पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रहा है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, "न ही पुलिस पर हमला होना चाहिए और न ही लॉ एंड ऑर्डर की वजह से कोई जवान शहीद हो."
ग्रामीणों को दिया आश्वासन
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है लेकिन पुलिस पूरी तरह से स्थिति पर नियंत्रण बनाए हुए है. आईजी ने ग्रामीणों से अपील की, "जो निर्दोष हैं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. पुलिस केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, पुलिस बल हटा लिया जाएगा."
आईजी ने इस हिंसा के पीछे के कारणों की गहन जांच के निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने एसपी सहित सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि "इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन को अधिक सतर्क रहना होगा."
स्थिति नियंत्रण में, सुरक्षा कड़ी
फिलहाल क्षेत्र में पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और हालात नियंत्रण में हैं. हालांकि, ग्रामीणों के मन में अभी भी भय व्याप्त है, जिसे दूर करने के लिए प्रशासन लगातार संवाद स्थापित कर रहा है. पुलिस की कड़ी निगरानी जारी है और जल्द ही मामले की विस्तृत रिपोर्ट सामने आएगी.
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