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सतना, सीधी के बाद अब मऊगंज में दो मासूमों की मौत, 30 फीट गड्ढे में डूबे; पंचायत की लापरवाही !

Mauganj News : सतना, सीधी की तरह ही एक और बड़ी घटना मऊगंज में घटी है. 30 फीट गड्ढे में दो मासूम डूब गए हैं. दोनों की दर्दनाक मौत हो गई है. ग्रामीणों ने पंचायत पर बड़ा आरोप लगाया है. 

सतना, सीधी के बाद अब मऊगंज में दो मासूमों की मौत, 30 फीट गड्ढे में डूबे; पंचायत की लापरवाही !

MP News In Hindi : मध्य प्रदेश के सतना और सीधी में तालाब में डूबने से मासूम बच्चों की मौत का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि अब एक ऐसा ही घोर लापरवाही का मामला मऊगंज जिले से आया है. बता दें, इन दोनों जिलों में घटी घटनाओं में कुल पांच नाबालिग बच्चों की मौत तालाब और गड्ढे में डूबने से हुई थी. 

मऊगंज जिले के लौर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कनकेसरा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां पानी से भरे एक गहरे गड्ढे में डूबने से दो मासूम बच्चों की जान चली गई. यह हादसा उस स्थान पर हुआ, जहां वर्षों पूर्व पंचायत द्वारा माटी निकालने के लिए खुदाई की गई थी. ग्रामीणों के अनुसार, यह गड्ढा लगभग 25 से 30 फीट गहरा है, जिसमें हर मौसम में पानी भरा रहता है. इस समय भी इसमें करीब 20 फीट पानी मौजूद है.

खेलते-खेलते बिछिया नदी की ओर चले गए

घटना के दिन कमलेश सेन का 8 वर्षीय पुत्र अमन सेन और उसका 10 वर्षीय भांजा पूरव सेन खेलते-खेलते बिछिया नदी की ओर चले गए. अनजाने में वे गहरे गड्ढे की और बढ़े और फिसलकर उसमें गिर गए. दुर्भाग्यवश, दोनों बच्चे पानी में डूब गए और उनकी मौत हो गई.

बताया गया कि घटना के समय कमलेश सेन के घर में शादी समारोह चल रहा था, जिससे परिजन व्यस्त थे. जब देर शाम तक बच्चे दिखाई नहीं दिए, तो परिवारवालों ने आसपास खोजबीन शुरू की. पूरी रात ढूंढने के बावजूद बच्चों का कुछ पता नहीं चला. अगले दिन दोपहर में स्थानीय लोगों ने गड्ढे में बच्चों की लाश तैरती देखी, जिसकी सूचना तुरंत सरपंच द्वारा लौर थाना पुलिस को दी गई.

केस 1: सतना के रीछुल गांव में तीन नाबालिग बहनों की मौत के बाद पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, गांव में शोक की लहर छाई हुई है. यह घटना 12-13 अप्रैल के बीच की थी. इस घटना के बाद मानों नागौद क्षेत्र में शोक की लहर छा गई थी. चौरसिया परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया था. बड़ी बात ये है कि यहां भी पंचायत की लापरवाही सामने आई थी. मिट्टी खनन के बाद गड्ढे की फिलिंग नहीं की गई थी. जिससे बरसात का पानी तालाब के पास स्थित गड्ढें में जमा हो गया. और इसी गड्ढें में तीन मासूम बहनों की मौत हो गई डूबने से .

केस 2:  13 अप्रैल के दिन ही सीधी में घर से महुआ बीनने के लिए दो बहने गईं थी.  तालाब में नहाने के दौरान दोनों बहनें तालाब में डूब जाती है. दोनों की दर्दनाक मौत हो गई. आखिर ऐसे तालाबों में कब तक प्रदेश की मासूम बेटियों की जान जाती रहेगी. 

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ग्रामीणों ने की सुरक्षा की मांग

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई करते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए मऊगंज स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया. इस हृदयविदारक हादसे के बाद ग्रामीणों ने पंचायत से मांग की है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए गड्ढे के चारों ओर मजबूत जाली या दीवार बनाई जाए. ग्रामीणों का कहना है कि जिनका जाना था वो चले गए, मगर अब और किसी मां की गोद सूनी न हो, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए.

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