
Balaghat Mata Pita Temple: आपने जरूर सुना होगा कि किसी व्यक्ति ने भगवान या देवी का मंदिर बनाया है, लेकिन बालाघाट में एक अजूबा देखने मिला. यहां एक व्यक्ति ने अपने स्वर्गीय माता-पिता की स्मृति में मंदिर बनवाया और फिर इसमें मूर्ति स्थापित कर पूजा अर्चना प्रारंभ कर दी. बता दें कि इस श्रवण कुमार को देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं.
बेटे ने बनवाया माता पिता का मंदिर
माता-पिता का यह मंदिर बालाघाट तहसील मुख्यालय किरनापुर के शांति नगर के रहने वाले मंगल प्रसाद रैकवार ने बनवाया है. उनका कहना है कि अपने माता पिता के संघर्ष और त्याग का वो समय मैंने देखा है, यह मेरे जहन से कभी नहीं निकल पाता है.
माता-पिता की स्थापित कीं प्रतिमा
मंगल प्रसाद रैकवार ने माता-पिता की स्मृति में एक बड़ा मंदिर बनवाया है, जिसमें अपने पिता स्वर्गीय राम रतन रैकवार, बड़ी माता स्वर्गीय सुभांति रैकवार, माता पार्वती रैकवार की 5 अप्रैल 2025 को प्रतिमा स्थापित कर धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया. 1993 में समाजसेवी मंगल प्रसाद रैकवार के पिता की मृत्यु हो गई थी. जब वो छोटे थे तो माता पार्वती ने बड़ी गरीब परस्थिति में दोनों बच्चों का पालन पोषण किया.
मां ने काफी संघर्षों से किया बच्चों का पालन
मंगल प्रसाद रैकवार ने कहा कि पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं थी तो मां गांव-गांव जाकर मुर्रा बेचकर मुझे पढ़ाया और मेरा पालन पोषण किया. मैंने प्लॉटिंग का काम किया. अपनी पुस्तैनी जमीन को टुकड़ों में बेचा और फिर जमीन की बिक्री खरीदी का काम चालू किया.
उन्होंने आगे कहा कि मैं मकान निर्माण का काम शुरू किया तो मां सामने बैठकर मकान बनवाई. मैंने सोचा था कि घर बनने पर मां के हाथों से मकान का फीता कटवाऊंगा, लेकिन नियति को यह सब मंजूर नहीं था और एक दिन मां को अटैक आ गया, जिससे उनकी मौत हो गई. उनकी मौत के बाद घर के पीछे खेत में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनकी समाधि बनाई गई.आज वहीं पर माता-पिता का मंदिर बनवाया है.
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