
मध्य प्रदेश के उज्जैन की नागदा तहसील में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक युवक की चार बदमाशों ने चाकू मारकर हत्या कर दी. घटना की वजह पुलिस तलाश रही है, लेकिन माना जा रहा है कि प्रेम-प्रसंग के चलते युवक की हत्या की गई है. खास बात यह है कि वारदात के बाद आरोपी मृतक के खिलाफ ही केस दर्ज करवाने थाने पहुंच गए. इस पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
उज्जैन से करीब 55 किमी दूर नागदा स्थित दयानंद कॉलोनी निवासी तरुण सिंह उर्फ कान्हा भाटी (24) पर शुक्रवार दोपहर लोहे के पुल से जा रहा था. इसी दौरान जबरन कॉलोनी निवासी उमेश डाबी उर्फ प्रिंस, अर्जुन चौहान, रवि मीणा और आजादपुरा के हरीश पंवार ने बेल्ट और चाकू से हमला कर दिया. फिर ताली बजाते हुए घायल तरुण को छोड़कर चले गए.
मोबाइल रिकॉर्ड हुए बयान
मौके पर मौजूद तरुण को उसका दोस्त मोहित रघुवंशी तीन साथियों की मदद से पहले बिरला ग्राम थाने और फिर जनसेवा अस्पताल ले गया. यहां पुलिस ने आईसीयू में तरूण के बयान मोबाइल में रिकॉर्ड किए, लेकिन तरुण की अधिक खून निकलने से मौत हो गई.
हत्या से पहले थाने में शिकायत
खास बात यह है कि तरुण की हत्या से आधे घंटे पहले प्रिंस दो साथियों के साथ मंडी थाने पहुंचा और तरूण पर मारपीट का आरोप लगाया. उन्होंने उसके खिलाफ लिखित में शिकायत दी. इसके बाद तरुण पर हमला किया और फिर आरोपी प्रिंस डाबी, हरीश और अर्जुन थाने पहुंच गए। उन्होंने खुद को घायल बताते हुए तरुण द्वारा हमले का आरोप लगा दिया. इसी दौरान पुलिस को वारदात की सूचना मिल गई तो तीनों को हिरासत में लेने के बाद चौथे को भी पकड़ लिया.
अस्पताल में हंगामा
ईलाज के दौरान तरुण की मौत होने के बाद उसके परिजन आक्रोशित हो गए. उन्होंने आरोपियों के मकान तोड़ने की मांग करते हुए पोस्टमॉर्टम के बाद शव नहीं लिया और कारवाई नहीं होने तक अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया. बता दें कि तरुण अविवाहित था. उसकी दो विवाहित बहनें और एक छोटा भाई भी है.
नहीं मिले सीसीटीवी फुटेज
सबसे अहम बात यह है कि पुलिस ने वारदात स्थल के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे ओर पुलिस द्वारा लगवाए कैमरे बंद मिले, जिससे पुलिस के हाथ साइंटिफिक प्रमाण नहीं मिल सके। इधर हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हुई, लेकिनपता लगा कि पहले तरुण और आरोपी दोस्त थे. किसी बात पर तीन माह पूर्व इनमें विवाद हुआ था. संभवत उसका कारण प्रेम प्रसंग है. हालांकि असल वजह आरोपियों से पूछताछ के बाद ही सामने आ पाएगी.