
मध्य प्रदेश के खंडवा में एक दर्दनाक हादसा हो गया, एक युवक के पोकलेन मशीन की चपेट में आने से शरीर के तीन टुकड़े हो गए. लगभग 12 घंटे में पुलिस ने शव के हिस्सों को इकट्ठा किया. फिर शव को खंडवा जिला अस्पताल भेज दिया. घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने थर्मल पावर गेट पर धरना दिया. पुलिस ने बताया कि मूंदी थाना क्षेत्र के गोराडिया निवासी लखन सिंगाजी थर्मल पावर के राखड प्लांट पर काम करने गया था. तभी पोकलेन मशीन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
चश्मदीद ने क्या बताया?
घटना के चश्मदीद डंपर ड्राइवर देवेंद्र जाधव ने बताया कि बुधवार रात करीब 8 बजे पोकलेन मशीन से डंपर में राखड़ लोड की गई थी. इसके बाद लखन और मैंने डंपर को राखड़ बांध से बाहर निकाला. गेट पर लोडिंग की पर्ची बनती है, जिसे बनवाने के लिए लखन को पोकलेन मशीन के ऑपरेटर के पास भेज दिया. वह भी डंपर पर हेल्पर का काम करता था.
सिर के साथ गर्दन और हाथ अलग
पर्ची लेने गया लखन जब काफी देर तक नहीं लौटा तो देवेंद्र खुद देखने पहुंचा. डंपर से उतरकर देवेंद्र करीब आधा किलोमीटर दूर पोकलेन मशीन के पास पहुंचे, जहां लखन दिखा नहीं तो उसे फिर से फोन किया. इस दौरान उसका फोन एक गड्ढे में बजता हुआ सुनाई दिया. गड्ढे में झांका तो होश उड़ गए. लखन के जेब में मोबाइल दिखा, लेकिन उसका सिर, गर्दन और एक हाथ गायब था. देवेंद्र घबराकर बीड़ चौकी पहुंच गया.
सूचना के बाद चौकी प्रभारी राधेश्याम मालवीय और पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंचे और लखन के धड़ वाले हिस्से को बरामद किया, लेकिन सिर और हाथ नहीं मिला. चौकी प्रभारी ने थाने और जिले से पुलिस और डॉग स्क्वॉयड को बुलाया. तलासी के दौरान गुरुवार सुबह 8 बजे सिर और हाथ मिल. पुलिस ने शरीर के अलग-अलग हिस्सों को इकट्ठा कर जिला अस्पताल पहुंचया, जहां पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है.
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