Drinking Water Crisis in Maihar: मैहर जिले (Maihar News) में अल्पवर्षा होने की वजह से ग्रीष्मकाल में जलस्तर नीचे चला जाता है, नगरीय क्षेत्र (Municipality Maihar) में पेयजल की आपूर्ति में कठिनाई होने लगती है. मैहर नगरपालिका क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति और उपलब्धता के लिए कलेक्टर मैहर रानी बाटड ने नगर पालिका अधिकारी मैहर को वैकल्पिक जलस्त्रोत ढूंढ कर पेयजल आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद केजेएस सीमेंट प्लांट (KJS Cement Plant) की खदान का चयन किया गया.
एकत्र पानी की गुणवत्ता जांच की गई
नगर पालिका मैहर के मुख्य नगर पालिका अधिकारी लालजी ताम्रकार (CMO Lalji Tamrakar) ने बताया कि अल्पवर्षा और गिरते जलस्तर के दौरान नगर में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो रही थी. नगरपालिका क्षेत्र में एक दिन छोड़कर और कुछ वार्डों में टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही थी.कलेक्टर मैहर के निर्देश पर जलभंडार के वैकल्पिक स्त्रोत के रूप में केजेएस सीमेंट की इमलिया खदान का चिंहितकर एकत्र पानी की गुणवत्ता जांच की गई.
दो किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई
नगर पालिका से मिली खबर के मुताबिक खदान के पास 25 हॉर्सपावर की मोटर लगाकर लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैहर नगर पालिका के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी लाया गया है. इतनी दूरी से पानी लाने के लिए 110 सेंटीमीटर डाया की पाइनलाइन बिछाई गई है.
40 लाख लीटर पानी की प्रतिदिन आवश्यकता
सीएमओ ने बताया कि मैहर नगर पालिका क्षेत्र के लिए लगभग 40 लाख लीटर पानी की प्रतिदिन आवश्यकता होती है, फिल्टर प्लांट की क्षमता 20 लाख लीटर पानी की है. जिसके लिए इमलिया खदान से आपूर्ति हो रही. शेष मैहर नगर पालिका क्षेत्र के अन्य जलस्त्रोतों से 10 लाख लीटर पानी की आपूर्ति हो रही है. इस प्रकार ग्रीष्मकाल में मैहर नगर पालिका क्षेत्र में जलसंकट और पेयजल की समस्या की समाधान संभव हुआ है.
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