MP News in Hindi : भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह महोत्सव के लिए महाकाल मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद गुरुवार को अयोध्या रवाना किए गए. इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवा ध्वज दिखाकर रथ को रवाना किया. यह प्रसाद मिथिला (नेपाल) में होने वाले राम जानकी विवाह महोत्सव में भक्तों के बीच वितरित किया जाएगा. ये कार्यक्रम उज्जैन के महामृत्युंजय द्वार पर हुआ. इसकी शुरुआत डमरू वादन, शंखनाद और वेद ऋचाओं से की गई. इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर के 1,11,111 लड्डू प्रसाद का कंटेनर रवाना किया गया. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि भारत और नेपाल के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध काफी पुराने हैं. यह प्रसाद इन संबंधों को और मजबूत करेगा. अयोध्या और जनकपुरी में इस प्रसाद की मिठास भक्तों के बीच बांटी जाएगी. जानकारी के लिए बता दें कि माता सीता मैथिला की राजकुमारी थीं . मौजूदा समय में मैथिला साम्राज्य नेपाल और भारत के बिहार राज्य के बीच विभाजित है. मान्यता है कि माता सीता का जन्म मैथिला साम्राज्य की राजधानी जनकपुर में हुआ था जो अब नेपाल में है. भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह महोत्सव के लिए अयोध्या से मिठाई जनकपुर भेजी जाएगी.
लड्डू प्रसाद की खासियत
महाकाल मंदिर का लड्डू प्रसाद देश-विदेश में मशहूर है. इसे मंदिर प्रबंध समिति की तरफ से FSSI मानकों के अनुरूप तैयार किया जाता है. यह प्रसाद पूरी तरह से शुद्ध, स्वादिष्ट व सुरक्षित होता है और श्रद्धालुओं को उचित कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है. इस प्रसाद को न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी बहुत पसंद किया जाता है.
कार्यक्रम में मौजूद हस्तियां
इस खास कार्यक्रम में कई कई बड़े चेहरे उपस्थित थे. इनमें राज्यसभा सांसद उमेश नाथ महाराज, सांसद अनिल फिरोजिया, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, विधायक जितेंद्र पंड्या, नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव, कलेक्टर नीरज सिंह, SP प्रदीप शर्मा, महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ और मंदिर के पुजारी शामिल थे.
CM ने दिया महत्वपूर्ण बातों पर जोर
CM डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान महाकाल का यह लड्डू प्रसाद सिर्फ मिठाई नहीं बल्कि भारत-नेपाल के संबंधों को और गहरा करने का माध्यम है. उन्होंने कहा कि यह प्रसाद राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में भी भेजा गया था और अब राम जानकी विवाह महोत्सव में भी इसे भेजना एक शुभ पहल है. महाकाल मंदिर का यही प्रसाद आने वाले समय में दोनों देशों के बीच मित्रता का सेतु बनेगा.
ये भी पढ़ें :
** शुद्धता की कसौटी पर खरा है महाकाल का प्रसाद ? NDTV की पड़ताल में ये आया सामने