Shri Mahakaleshwar Jyotirlinga Mandir Incident: मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga) मंदिर में शुक्रवार को एक दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल हो गए. बता दें कि महाकाल मंदिर के आस-पास इससे पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं. बीते मार्च महीने में भी यहां भस्म आरती के दौरान बड़ा हादसा हुआ था. वहीं साल 1996 में यहां मची भगदड़ में करीब 35 लोगों की मौत हुई थी. यहां हुए कई हादसों की यादें आज भी लोगों को झकझोर देती हैं.
शुक्रवार को हुई घटना ने एक बार फिर से पुराने हादसों की यादों को ताजा कर दी. बारिश के कारण महाकाल मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने गणेश मंदिर के पास एक दीवार गिर गई. हादसे में दीवार के पास बैठे आधा दर्जन लोग उस मलबे में दब गए. हादसा होते ही अफरा तफरी मच गई. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दबे हुए लोगों को निकाल कर जिला अस्पताल पहुंचाया. यहां डाक्टर ने एक महिला और एक अज्ञात युवक को मृत घोषित कर दिया.
23 जुलाई 2024 को मची थी भगदड़
इसी साल सावन के पहले सोमवार को निकलनेवाली महाकाल सवारी में इस बार रिकॉर्ड तोड़ भीड़ आई. इस दौरान भगदड़ मच गई, लोग एक दूसरे पर गिरते चले गए. हालांकि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ. दरअसल, लोगों को काबू में करने के लिए पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए थे जिन्हें पार करने के चक्कर में लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए. भगदड़ मचते ही पुलिस सूझबूझ दिखाई और जमीन पर पड़े लोगों को उठाकर बाहर किया और हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा.
25 मार्च को भस्म आरती के दौरान झुलस गए थे लोग
इसी साल 25 मार्च को महाकाल मंदिर में धूमधाम से होने वाली भस्म आरती के दौरान भी एक बड़ा हादसा हो गया था. होली के मौके पर सुबह होने वाली भस्म आरती के दौरान अचानक आग लग गई जिसकी चपेट में आकर सेवकों सहित 14 पुजारी झुलस गए थे. इनमें से एक की उपचार के दौरान मौत हो गई थी.
29 मई 2023 को गिर गई थीं मूर्तियां
29 मई 2023 को महाकालेश्वर मंदिर में ‘श्री महाकाल लोक' गलियारे की छह मूर्तियां तेज आंधी के चलते गिरकर क्षतिग्रस्त हो गईं थी. जब मूर्तियां गिरीं तो यह गलियारा श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था, लेकिन कोई भी व्यक्ति हताहत नहीं हुआ. घटना के बाद निर्माण कार्य पर जमकर सवाल उठे थे.
15 जुलाई 1996 को 35 लोगों की हुई थी मौत
15 जुलाई साल 1996 में महाकालेश्वर मंदिर में भारी भगदड़ मच गई थी. यहां दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ में 35 लोगों की उस समय मौत हो गई थी, जब कुछ वीआईपी की पूजा के लिए सारे दरवाजे बंद कर दिये गये थे. कुछ श्रद्धालु फिसल गए, जिस कारण भगदड़ मच गयी और बड़ा हादसा हो गया.