Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के पन्ना (Panna) में 108 एंबुलेंस और जननी एक्सप्रेस के चालकों के साथ गाली गलौज और उन्हें प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. इस मामले के संबंध में एंबुलेंस और जननी एक्सप्रेस के चालकों ने सामूहिक रूप से कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर मामले की जांच करने की मांग की है.
अपने अधिकारियों पर लगाया प्रताड़ित करने और रिश्वत मांगने का आरोप
एंबुलेस चालकों और जननी एक्सप्रेस के चालकों ने कलेक्टर के नाम जो ज्ञापन सौंपा है उसमें कहा गया है, 'एम्बुलेंस (108) वाहन के चालकों को जिला अधिकारी संदीप त्रिपाठी और दीपक साहू प्रताड़ित कर रहे हैं. इन अधिकारियों ने एंबुलेस चालकों से कहा है कि तुम एंबुलेंस वाहन का सही ढंग से उपयोग नहीं करते हो, तुम लोगो के वाहन चलाने से वाहन का एवरेज कम निकलता है और डीजल की खपत ज्यादा होती है.'
धीमी गति से वाहन चलाने पर मरीजों के परिजनों से होता है विवाद...
पीड़ित चालकों ने बताया कि उन्हें बार-बार भोपाल बुलाया जाता है. अधिकारी संदीप और दीपक उनसे कहते हैं कि तुम लोग एम्बुलेंस (108) वाहन रोजाना 350-400 किलोमीटर चलाकर दो चाहे फर्जी ही तरीके से चलाओ. साथ ही उनसे वाहन धीमी गति से चलाने के लिए कहा जाता है, जबकि बीमार, घायल व्यक्ति या गर्भवती महिला को जल्दी अस्पताल पहुंचाना होता है. धीमी गति से वाहन चलाने पर मरीज के परिजनों से विवाद होता है.
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चालकों ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की
पीड़ितों ने अपने अधिकारियों पर रिश्वत मांगने के आरोप भी लगाए हैं. पैसे नहीं देने पर ट्रांसफर करने की धमकी दी जाती है. 108 एंबुलेंस, जननी चालकों ने सामूहिक रूप से ज्ञापन सौंप कर मामले की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच करवा करवाने की मांग की है.
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