विज्ञापन

महिला ने एक साथ तीन बच्चों को दिया जन्म, दो बेटी और एक बेटा; तीनों का वजन डेढ़ किलो

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया, जिसमें दो बेटियां और एक बेटा शामिल हैं. तीनों प्रीमेच्योर triplets birth का वजन करीब डेढ़ किलो है और उन्हें NNNCU ward में विशेष देखभाल मिल रही है. डॉक्टरों ने बताया कि नवजातों की हालत स्थिर है.

महिला ने एक साथ तीन बच्चों को दिया जन्म, दो बेटी और एक बेटा; तीनों का वजन डेढ़ किलो

Triplets Birth in MP: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया. इसमें दो बेटियों और एक बेटा है. तीनों नवजातों का वजन लगभग डेढ़ किलो है. जन्म के तुरंत बाद उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल के एनएनसीयू वार्ड में रखा गया है, जहां विशेषज्ञ लगातार निगरानी कर रहे हैं. परिवार इस खुशखबरी से बेहद उत्साहित है.

जन्म के बाद बच्चों को मिली विशेष देखभाल

दमोह जिला अस्पताल में जन्मे तीनों बच्चे प्रीमेच्योर होने की वजह से कमजोर हैं. उनका जन्म करीब आठ महीने में हुआ, इसलिए उनका वजन भी सामान्य से कम है. अस्पताल के एनएनसीयू वार्ड में शिशुओं को सुरक्षित रखा गया है. तीन में से दो बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया है, जबकि एक बच्चा सामान्य स्थिति में है.

तेंदूखेड़ा ब्लॉक की महिला ने दिया तीन बच्चों को जन्म

हर्रई तेजगढ़ निवासी 27 वर्षीय रेवती विश्वकर्मा को मंगलवार तड़के चार बजे अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई. परिवार पहले उन्हें तेजगढ़ उपस्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टरों ने तुरंत दमोह जिला अस्पताल रेफर कर दिया. यहां रेवती का सामान्य प्रसव कराया गया और उन्होंने तीनों बच्चों को जन्म दिया.

ये भी पढ़ें- Mission Vatsalya: एमपी सरकार हर महीने देगी 4,000 रुपये! जरूरतमंद बच्चों के लिए है ये योजना

परिवार पहले से जानता था कि होंगे तीन बच्चे

महिला के चाचा ससुर धन कुमार विश्वकर्मा और पिता ललित विश्वकर्मा ने बताया कि सोनोग्राफी में पहले ही साफ हो गया था कि गर्भ में तीन बच्चे हैं. इसी वजह से परिवार प्रसव की तारीख नजदीक आने पर सतर्क था और समय रहते महिला को अस्पताल ले आया. डॉक्टरों की टीम ने पूरी सावधानी के साथ प्रसव करवाया, जिससे मां और बच्चे दोनों सुरक्षित रहे.

डॉक्टरों ने बताई बच्चों की स्थिति

जिला अस्पताल के डॉक्टर जलज बजाज ने बताया कि तीनों शिशु प्रीमेच्योर हैं और उनकी देखभाल में विशेष सावधानी बरती जा रही है. उन्होंने कहा कि “यदि अगले दो-तीन दिनों में बच्चे ठीक से फीडिंग करने लगते हैं और किसी तरह का संक्रमण नहीं होता, तो उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है.” डॉक्टरों के मुताबिक, रेवती और तीनों बच्चे फिलहाल खतरे से बाहर हैं.

ये भी पढ़ें- ममलेश्वर लोक प्रोजेक्ट रद्द! जनता के दबाव में झुकी सरकार; दो दिन से बंद था ओंकारेश्वर  

पहले से हैं दो बेटियां 

रेवती की पहले से दो बेटियां हैं, चार साल की मासूम और दो साल की मुस्कान. अब दो बेटियों और एक बेटे का जन्म परिवार के लिए दोगुनी खुशी लेकर आया है. परिजन बताते हैं कि घर में “तीन बच्चों के एक साथ जन्म” को शुभ संकेत माना जा रहा है.

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close