
MP Crime News: ग्वालियर (Gwalior) में हुई लूट की सनसनीखेज वारदात से पुलिस ने पर्दा उठा लिया है. पुलिस का दावा है कि लूट की इस घटना की अहम कड़ी फ़रियादी का भतीजा ही था जिसने अपने चाचा को फंसाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया. दरअसल, लूट की यह घटना डबरा इलाके में बीते दिन की बताई जा रही थी. फरियादी भगवान लाल ने रिपोर्ट लिखाई थी कि वह धान बेचकर मंडी से अपने ट्रेक्टर से अपने गांव लौट रहा था कि बीच रास्ते मे उसको रोका और कट्टा अड़ाकर उसके पास रखे 1 लाख 80 हजार रुपये लूट लिए. जिसके बाद से आसपास के इलाकों में दहशत और सनसनी फैल गई. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच-पड़ताल की.
...इस वजह से चाचा को फंसाना चाहता था भतीजा
SP राजेंश सिंह चंदेल ने बताया कि उन्होंने इस मामले के खुलासे के लिए छानबीन शुरू की. टीम ने जब घटना की जांच पड़ताल शुरू की लोगों से पूछताछ की और CCTV फुटेज खंगाले तो खुद पुलिस भी हैरान रह गई. पुलिस को जांच के बाद भी दूर-दूर तक ऐसे संकेत नहीं मिले जिस तरह से फरियादी ने घटना के बारे में बताया था. चूंकि अपराध काफी चुनौती भरा था तो पुलिस ने अपनी तफ्तीश का दायरा बढ़ाते हुए बारीकी से जांच शुरू की.

ये भी पढ़ें - ADR Report : सुनो, सुनो, सुनो… मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा में बैठेंगे 205 मालदार और 124 दागदार ‘माननीय'
SP चंदेल का कहना है कि जांच में संकेत मिला कि फरियादी ने यह साज़िश अपने चाचा बलराम मोदी को फंसाने के लिए रची थी. इसके बाद पुलिस ने फरियादी और उसके साथी से अलग-अलग तरीके से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि पैसों को फरियादी ने ही ट्रेक्टर के टूल बॉक्स में छुपाकर रखे थे. जिसके बाद पुलिस ने ये पैसे जब्त कर लिए. फरियादी ने बताया कि पूरी घटना ही झूठ थी और फरियादी ने कबूल किया कि यह सारा घटनाक्रम उसने अपने चाचा को फंसाने के लिए किया क्योंकि दोनों के बीच पांच बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इसके जरिये बाद में वह इस मामले में अपने चाचा को फंसवाकर उन पर दबाव बनाना चाहता था. पुलिस ने फरियादी के खिलाफ झूठी FIR कराने और कानून के साथ खिलवाड़ करने का मामला दर्ज कर लिया है.
ये भी पढ़ें - Election Result: विधानसभा के लिए चुने गए भाजपा सांसदों ने लोकसभा से दिया इस्तीफा, इन में तीन मंत्री भी हैं शामिल