
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (USA ) ने भारतीय उत्पादों पर 25% टैरिफ और अतिरिक्त जुर्माना लगाने की घोषणा से मध्य प्रदेश के व्यापारिक जगत में हलचल मच गई है. राज्य के व्यापारिक संगठनों से बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि निर्यात क्षेत्र के व्यवसायी चिंतित जरूर हैं, लेकिन देशहित में किसी भी कीमत पर समझौता करने को तैयार नहीं.
मध्य प्रदेश से अमेरिका को क्या-क्या निर्यात होता है?
राज्य से अमेरिका को प्रमुख रूप से कपड़ा, दवाइयां, इंजीनियरिंग गुड्स, जैविक उत्पाद, ऑयल, मील्स और कृषि आधारित वस्तुएं निर्यात की जाती हैं. वित्तीय वर्ष 2023–24 में मध्य प्रदेश से सभी देशों में कुल निर्यात 65,225 करोड़ रुपये का हुआ, जिसमें अमेरिका एक सबसे बड़ा निर्यात बाजार रहा.
वित्त वर्ष 2024–25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में ही अमेरिका को 3,254 करोड़ रुपये से अधिक का माल भेजा जा चुका है.
25% टैरिफ से क्या असर पड़ेगा?
व्यापार विशेषज्ञों और एक्सपोर्टर संगठनों का कहना है कि अचानक इस फैसले से दवा उद्योग (Pharma Industry), टेक्सटाइल सेक्टर (Textile Sector) और कृषि-आधारित इकाइयों को नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस निर्णय से व्यापारियों में अभी डर का माहौल कि यदि मूल्य प्रतिस्पर्धा घटेगी तो अमेरिकी बाजार में चीनी, वियतनामी और बांग्लादेशी उत्पादों को बढ़त मिल सकती है.
व्यापार संगठनों की प्रतिक्रिया
- महाकौशल चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव अखिल मिश्रा ने कहा कि हम राष्ट्रहित में अमेरिका के दबाव में कोई समझौता नहीं करेंगे. यदि अमेरिका का बाजार संकुचित होगा तो हम मध्य एशिया, यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका जैसे नए निर्यात गंतव्यों की तलाश करेंगे."
- जबलपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रेम दुबे ने कहा कि हमें दुनिया के अन्य देशों में अपना निर्यात बढ़ाने का मौका मिलेगा.
- CAIT के उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी ने कहा कि यह एक फेज आया है जिसे सब मिल कर निपटा लेंगे. सरकार को भी अब व्यापारियों, निर्यातकों की तरफ ज्यादा ध्यान देना होगा.
व्यापार संघों की सरकार से अपेक्षा
व्यापार जगत ने भारत सरकार से मांग की है कि अमेरिका से राजनयिक स्तर पर संवाद किया जाए. प्रभावित सेक्टरों के लिए निर्यात सब्सिडी और कर राहत की व्यवस्था हो. वैकल्पिक बाज़ारों तक प्रमोशनल एक्सपोर्ट मिशन चलाया जाए.
मध्य प्रदेश से निर्यात के मुख्य आंकड़े एक नजर में
- कुल वार्षिक निर्यात (MP से सभी देशों को) ₹65,225 करोड़
- अमेरिका को Q1 निर्यात (अप्रैल-जून 2025) ₹3,254 करोड़
- अनुमानित वार्षिक निर्यात (MP से USA) ₹10,000–₹12,000 करोड़
- टैरिफ की घोषणा 25% आयात शुल्क + संभावित जुर्माना
- प्रमुख प्रभावित क्षेत्र- दवा, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, कृषि
अब क्या होगा?
डोनाल्ड ट्रंप का यह निर्णय केवल भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक व्यापार के लिए एक नई संरक्षणवादी लहर की शुरुआत हो सकती है. मध्य प्रदेश जैसे निर्यात-उन्मुख राज्य के लिए यह एक चेतावनी है कि उत्पाद विविधता और बाजार विविधता पर और काम करना होगा.