मध्यप्रदेश में विधान सभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ रही है. प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) की दमदार यात्राएं देखी जा सकती हैं. वहीं आगामी असेंबली चुनाव को लेकर ओपिनियन पोल्स के परिणाम भी नजर आने लगे हैं. वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच कैसा है मुकाबला, आइए जानते हैं क्या कह रहे हैं आंकड़े?
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10 दिनों 3 ओपिनियन पोल
हाल ही में 10 दिनों के अंदर 3 ओपनियन पोल्स के परिणाम चर्चा में रहे हैं. इनमें से सभी बीजेपी की वापसी का संकेत दे रहे हैं. एक सर्वे में तो बताया जा रहा है कि यदि आज चुनाव हो जाएं तो BJP को 140 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं. वहीं एक दूसरा पोल यह अनुमान जता रहा है कि बीजेपी को 120 सीटें मिल सकती है. तीसरा पोल भी बीजेपी को कांग्रेस से ऊपर ही बता रहा है.
काम के मामले में कमलनाथ को पछाड़ रहे हैं शिवराज
हालिया तीन सर्वे के जो परिणाम आए हैं उनके अनुसार मध्यप्रदेश में जनता के बीच अभी भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM shivraj singh chouhan) की लोकप्रियता बरकरार है. सर्वे बता रहे हैं कि साठ फीसदी से ज्यादा मतदाता शिवराज के पक्ष में हैं. तीनों ही सर्वे में 'लाड़ली बहना' और 'पेसा एक्ट' को गेम चेंजर बताया गया है.
एक ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर मध्य प्रदेश में आज चुनाव हो जाएं तो बीजेपी को 131 से 146 सीट जबकि कांग्रेस को 66 से 81 सीटें मिलने का अनुमान है. ओपिनियन पोल में 58.3 फीसदी जनता ने शिवराज सिंह चौहान सरकार के कामकाज को बेहतर माना जबकि कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को 41.7 फीसदी जनता का समर्थन मिला है.
शिवराज की हिटिंग योजनाएं
ओपिनियन पोल्स में लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजना के साथ ही आदिवासी इलाकों के लिए लाए गए पेसा एक्ट को भी महत्वपूर्ण बताया गया है. लाड़ली लक्ष्मी योजना को 43.8 फीसदी जनता का समर्थन मिला है वहीं ओपिनियन पोल के मुताबिक 38.4 फीसदी लोगों ने माना कि पेसा कानून से आदिवासी समाज को काफी लाभ हुआ है जबकि 43.2 फीसदी लोगों के मुताबिक इस कानून से कुछ हद तक लाभ मिला है.
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क्या शिवराज तोड़ पाएंगे पवन कुमार चामलिंग रिकॉर्ड?
18 साल तक सत्ता में रहने वाले शिवराज सिंह चौहान एक नया रिकॉर्ड बना सकते हैं. दरअसल देश की राजनीति में लगातार इतने वर्षों तक मुख्यमंत्री रहने में शिवराज से आगे उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग हैं. अगर एक बार फिर बीजेपी सरकार आती है कि तो शिवराज अपने नाम एक नया रिकॉर्ड कर सकते हैं.